कोरोना वायरस के कारण इटली में एक दिन में 368 लोगों की मौवत हुई है. यह किसी एक दिन की सर्वाधिक मृतवक संख्या है. कोरोना वायरस से स्पेन में भी हुई मौवतों की संख्या बढ़ने के कारण वैश्विक स्तर पर इस विषाणु से संक्रमण के कारण हुई मौवतों का आंकड़ा छह हजार के पार चला गया.
कोरोना वायरस (CoronaVirus) से इटली (Italy) के बाद स्पेन (Spain) यूरोप (Europe) का दूसरा सबसे प्रभावित देश है. स्पेन में सोमवार को कोराना वायरस संक्रमण के करीब एक हजार नये मामले आए. वहीं, बहरीन (Baharin) में कोरोना वायरस से पहली मौवत हुई है.
बहरीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि कोरोना वायरस से एक महिला की मौवत की पुष्टि हुई है और खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के सदस्यों देशों में इस वायरस के संक्रमण से यह पहली मौकत है. मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया, ” 65 वर्षीय महिला पहले से ही स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों से ग्रस्त थी.” हालांकि, जीसीसी के सदस्य देशों में अबतक एक हजार के करीब मामले आ चुके हैं. संक्रमित मरीजों में अधिकतर ईरान की यात्रा करने वाले हैं.
उल्लेखनीय है कि सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कुवैत, बहरीन, कतर और ओमान जीसीसी के सदस्य हैं और इस महामारी पर काबू पाने के लिए सीमा को बंद करने सहित सख्त कदम उठाए हैं.
विभिन्न आधिकारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के आधार पर एएफपी द्वारा की गई गणना से यह सूचना प्राप्त हुई. स्पेन में पिछले 24 घंटे में 105 लोगों की मौवत के बाद विश्व में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 6,036 हो गई है और 1,59,844 लोग इस विषाणु से संक्रमित हैं.
चीन में अब तक सर्वाधिक 3,199 मौवतें हो चुकी हैं और यह महामारी तेजी से यूरोप में फैल रही है जहां इटली में 1,907 से ज्यादा लोग काल के गाल में समा चुके हैं. यूरोप में अब तक मौतों का आंकड़ा 2000 को पार कर गया है.
भारत में भी कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का आंकड़ा 112 तक पहुंच गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सार्क देशों के प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसपर चर्चा की. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए संयुक्त रणनीति अपनाने की वकालत करते हुए रविवार को दक्षेस में कोविड-19 आपात कोष सृजित करने का प्रस्ताव किया और कहा कि भारत इस कोष के लिए 1 करोड़ डॉलर की प्रारंभिक पेशकश से शुरूआत कर सकता है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम साथ मिलकर इससे बेहतर ढंग से निपट सकते हैं, दूर जाकर नहीं. प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दक्षेस देशों के नेताओं और प्रतिनिधियों के साथ चर्चा के दौरान आपसी सहयोग पर जोर देते हुए कहा, ”हमने वायरस के संभावित वाहक की बेहतर ढंग से पहचान करने के लिये रोग निगरानी पोर्टल बनाया है, दक्षेस देशों के साथ रोग निगरानी साफ्टवेयर साझा कर सकते हैं.” उन्होंने कहा कि भारत में हम डाक्टरों, विशेषज्ञों के त्वरित प्रतिक्रिया दल और जांच संबंधी किट को जोड़ रहे हैं, वे तैनाती के लिए तैयार रहेंगे.
कोरोना से अभी अभी 368 मौवत, दुबई, साउदी, कुवैत, क़तर सब ने बंद किया BORDER
