स्वास्थ्य विभाग ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को मंजूरी दे दी है. अब कोवैक्सीन ले चुके 12 साल या इससे ज्यादा उम्र के यात्रियों को बिना रोक टोक के ऑस्ट्रेलिया में एंट्री मिल सकेगी. कौवेक्सीन प्राप्त यात्री को पूर्ण टीकाकरण प्राप्त माना जाएगा. ऑस्ट्रेलिया के थैरेप्यूटिक गुड्स एडमिनिस्ट्रेशन (TGA) ने कोवैक्सीन को ‘मान्यता’ देने का फैसला किया है. हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन से कोवैक्सीन को हरी झंडी अभी तक नहीं मिली है.

 

भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओ’फेरेल एओ ने कहा, ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने यात्रियों के टीकाकरण की स्थिति स्थापित करने के उद्देश्य से भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को मान्यता दी.

 

कोवैक्सीन के संबंध में स्पष्टीकरण जल्द मिलने की उम्मीद- WHO
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि भारत में निर्मित ‘कोवैक्सीन’ को इमरजेंसी इस्तेमाल करने की लिस्ट में शामिल करने के लिए अंतिम ‘लाभ-जोखिम मूल्यांकन’ करने के वास्ते भारत बायोटेक से मांगा गया ‘अतिरिक्त स्पष्टीकरण’ इस सप्ताह के अंत तक मिल सकता है. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि स्पष्टीकरण प्राप्त होने के बाद अंतिम मूल्यांकन के लिए तीन नवंबर को बैठक की जाएगी।

 

डब्ल्यूएचओ ने कहा, ‘आपातकालीन उपयोग सूची (ईयूएल) में शामिल करने के बारे में संगठन का तकनीकी सलाहकार समूह, एक स्वतंत्र सलाहकार समूह है जोकि डब्ल्यूएचओ को इसकी सिफारिश करता है कि किसी कोविड-19 रोधी टीके को ईयूएल प्रक्रिया के तहत आपातकालीन इस्तेमाल के लिए सूचीबद्ध किया जा सकता है या नहीं.’

 

तकनीकी सलाहकार समूह ने भारत के स्वदेशी टीके को आपातकालीन उपयोग सूची में शामिल करने के लिए कोवैक्सीन के आंकड़ों की समीक्षा करने के लिए बैठक की. इस दौरान फैसला किया गया था कि टीके के वैश्विक उपयोग के मद्देनजर अंतिम लाभ-जोखिम मूल्यांकन के वास्ते निर्माता से अतिरिक्त स्पष्टीकरण मांगे जाने की जरूरत है. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि भारत बायोटेक से यह स्पष्टीकरण इस सप्ताह के अंत तक मिलने की संभावना है जिस पर तीन नवंबर को बैठक करने का लक्ष्य है.

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