केंद्र सरकार 6 जनवरी से जम्मू में नया रेल मंडल शुरू करने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस नए रेल डिविज़न का उद्घाटन वीडियो लिंक के ज़रिए करेंगे। माना जा रहा है कि यह मंडल न सिर्फ़ उद्यमपुर-श्रीनगर-बारामुला (यूएसबीआरएल) रेल लिंक पर सुरक्षित ट्रेन संचालन को मज़बूत करेगा, बल्कि कश्मीर घाटी के लिए आर्थिक तरक़्क़ी का नया इंजन भी साबित होगा। रेलवे बोर्ड ने जम्मू से श्रीनगर के बीच मालवाहक ढाँचों, नए तेज़ शक्ति वाले टर्मिनल, बड़े गोदाम (शेड), नई साइडिंग और मैकेनिकल सुविधाएँ बनाने का ख़ाका तैयार किया है, ताकि इस क्षेत्र की कनेक्टिविटी और रोज़गार के मौक़े बढ़ें।
733 किमी रूट पर होगा संचालन
नया जम्मू रेल डिविज़न क़रीब 733.109 किलोमीटर का दायरा कवर करेगा। इसमें कुछ रेल लिंक हिमाचल प्रदेश से भी जोड़े जाएँगे। रेलवे के मुताबिक, इस मंडल के अधीन करीब 55 मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन होगा, जिनमें जोड़ने वाली कई जोड़ी ट्रेनें भी शामिल हैं। साथ ही, 11 नई लोकल ट्रेनें (दैनिक यात्रियों के लिए) शुरू की जाएँगी, ताकि क्षेत्रीय यात्रियों को आवागमन में आसानी हो। उम्मीद है कि इससे जम्मू और कश्मीर के बीच आवागमन तेज़ होगा और व्यापारिक गतिविधियों को नई गति मिलेगी।
तीन नए कार्गो टर्मिनल का प्रस्ताव
एक ख़ास पहलू यह भी है कि क़ज़ीगुंड, चन्न अरोरियन जैसे इलाकों में तीन नए तेज़ गति शक्ति कार्गो टर्मिनल खोलने का प्रस्ताव रखा गया है। इससे व्यापारियों को स्टोरेज, लोडिंग-अनलोडिंग और परिवहन में सुविधा होगी, जिससे फल, सब्ज़ियों, दुग्ध उत्पादों, अनाज और नमक जैसी ज़रूरी चीज़ों की ढुलाई रफ़्तार पकड़ेगी। इन टर्मिनलों के बन जाने से माल की सप्लाई चेन सुधर जाएगी, और यहीं से बड़े पैमाने पर युवाओं को रोज़गार भी मिलेगा।
2000 कर्मचारियों की तैनाती
इस नए रेल मंडल को सफलतापूर्वक चलाने के लिए लगभग 2000 कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी, जिसमें सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल और इंजीनियरिंग से जुड़े तमाम विशेषज्ञ शामिल होंगे। यह न केवल रेलवे की कार्यकुशलता बढ़ाएगा, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए भी नौकरी के अवसर खोल सकता है। इसके अलावा, मंडल के अंतर्गत आने वाले सभी स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं के स्तर को भी ऊपर उठाया जाएगा।
क्यों अहम है यह मंडल?
कश्मीर घाटी में अब तक कई दुर्गम इलाकों में रेल सेवा सीमित थी, लेकिन नए जम्मू रेल मंडल के आने से खाद्यान, फल, सब्ज़ियों सहित सभी ज़रूरी सामान की ढुलाई तेज़ हो सकेगी। इससे कृषि और बाग़वानी क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि किसान अपनी उपज को आसानी से बाज़ारों तक पहुँचा सकेंगे। साथ ही, पर्यटन उद्योग को भी इसका फ़ायदा होगा, क्योंकि रेल कनेक्टिविटी सुधारने से सैलानियों की आवाजाही बढ़ जाएगी। कुल मिलाकर, यह मंडल कश्मीर घाटी के संपूर्ण विकास और रोज़गार के नए अवसर पैदा करने में अहम भूमिका निभाएगा।