प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को दिल्ली के आनंद विहार और न्यू अशोक नगर के बीच नामो भारत ट्रेन के नए सेक्शन का उद्घाटन करने जा रहे हैं। क़रीब 13 किलोमीटर लंबे इस ट्रैक पर करीब 4,600 करोड़ रुपये की लागत आई है। इसके साथ ही हजारों यात्रियों को तेज़ और सुविधाजनक आवागमन का फ़ायदा मिलेगा, क्योंकि यह रैपिड रेल कॉरिडोर (आरआरटीएस) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो साहिबाबाद से लेकर मेरठ तक फैला हुआ है।
3 जनवरी से शुरू होगा संचालन
दिल्ली मेट्रो के जनकारी के अनुसार, यह नया सेक्शन 3 जनवरी से औपचारिक रूप से चलने लगेगा। पहले यह ट्रेन साहिबाबाद से मेरठ दक्षिण स्टेशन के बीच 42 किलोमीटर लंबे रूट पर चल रही थी। अब इसमें 13 किलोमीटर का नया सेक्शन जुड़ जाने से आनंद विहार और न्यू अशोक नगर के बीच लोग तेजी से सफ़र कर सकेंगे। इस विस्तार से उम्मीद है कि दिल्ली-एनसीआर के लाखों यात्रियों को भीड़-भाड़ कम होने और सफ़र का समय घटने का लाभ मिलेगा।
40 मिनट में मेरठ पहुँचने की उम्मीद
नया सेक्शन जुड़ने के बाद, मेरठ और दिल्ली के कुछ हिस्सों के बीच की यात्रा में काफ़ी कमी आएगी। पूरे रैपिड रेल प्रोजेक्ट के तहत कुल 82.15 किलोमीटर लंबे रूट पर 27 स्टेशनों का निर्माण होना है। साहिबाबाद से मेरठ तक पहले से ही कुछ सेक्शनों पर ट्रेन चल रही है, और अब आनंद विहार-न्यू अशोक नगर सेक्शन जुड़ने से यात्रियों के लिए कई कनेक्टिंग विकल्प खुल जाएँगे। इस रूट के पूरा हो जाने पर दिल्ली से मेरठ की यात्रा क़रीब 40 मिनट में मुमकिन होगी।
न्यू अशोक नगर से किराया कितना?
रैपिड रेल अथॉरिटी ने किराए की सूची भी जारी कर दी है। न्यू अशोक नगर से अलग-अलग स्टेशनों तक का स्टैंडर्ड और प्रीमियम किराया इस तरह होगा:
- आनंद विहार: स्टैंडर्ड ₹30, प्रीमियम ₹45
- साहिबाबाद: स्टैंडर्ड ₹50, प्रीमियम ₹75
- ग़ाज़ियाबाद: स्टैंडर्ड ₹70, प्रीमियम ₹105
- मोदीनगर: स्टैंडर्ड ₹80, प्रीमियम ₹120
- मेरठ साउथ: स्टैंडर्ड ₹90, प्रीमियम ₹135
- मेरठ सेंट्रल: स्टैंडर्ड ₹110, प्रीमियम ₹165
(सूची में अन्य स्टेशन भी शामिल हैं, जिनके किराए तदनुसार तय किए गए हैं)
लाभान्वित होंगे हज़ारों यात्री
इस नए सेक्शन के शुरू होने से दिल्ली और आसपास के इलाक़ों से मेरठ तक आने-जाने वाले लोग कम समय में अपनी मंज़िल तक पहुँच सकेंगे। ऑफिस-कॉम्यूटर्स और रोज़मर्रा की यात्रा करने वालों के अलावा, यह प्रोजेक्ट व्यापारी और विद्यार्थी समुदाय के लिए भी फ़ायदेमंद साबित होगा। रैपिड रेल के चलते सड़क जाम और प्रदूषण जैसी समस्याएँ भी कुछ हद तक कम होने की उम्मीद है।
थोड़ा काम अभी बाक़ी
न्यू अशोक नगर सेक्शन शुरू होने के बाद भी मेरठ रैपिड रेल प्रोजेक्ट का काम पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। कुल 27 स्टेशनों में से कुछ के निर्माण कार्य और प्लाटफॉर्म सुविधाओं पर अभी भी काम जारी है। भविष्य में मोदीनगर और मेरठ के अन्य स्टेशनों को भी शामिल किया जाएगा। रेल विकास निगम के मुताबिक़, आने वाले महीनों में लगातार नए सेक्शन खोले जाते रहेंगे, ताकि पूरे कॉरिडोर को समय पर आम जनता के लिए खोल दिया जाए।