दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के दो खंड उद्घाटन के लिए पूरी तरह तैयार हो चुके हैं। प्रशासन ने प्रधानमंत्री कार्यालय से उद्घाटन के लिए समय मांगा है और उम्मीद की जा रही है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले दिसंबर के आखिर या जनवरी के पहले सप्ताह में इसका उद्घाटन किया जा सकता है।
एक्सप्रेसवे के दोनों खंड 32 किलोमीटर लंबे हैं, जिसमें 17 किलोमीटर का हिस्सा दिल्ली में एलिवेटेड बनाया गया है, जबकि शेष 15 किलोमीटर गाजियाबाद और बागपत की सीमा में है। बागपत के पास मवीकला गांव में एक्सप्रेसवे को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से जोड़ दिया गया है।
एनएचएआई ने उद्घाटन की तैयारियाँ पूरी कर ली हैं। एक्सप्रेसवे पर बड़े वाहनों से परीक्षण किया गया है और यह सुरक्षा मानकों पर खरा उतरा है। इस परियोजना के निरीक्षण के लिए एनएचएआई के चेयरमैन संतोष यादव ने अधिकारियों को दिशासूचक बोर्ड लगाने के निर्देश दिए हैं, जो उद्घाटन से पहले पूरे हो जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उद्घाटन कराने की तैयारी की जा रही है, और उनके साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी इस अवसर पर मौजूद रहने वाले हैं। एमबीड कॉलोनी, शारदा सिटी, और पावी पुश्ता (लोनी) के माध्यम से यह एक्सप्रेसवे मंडोला एनबीसीसी टाउनशिप से बापगत तक फैला है।
2023 में पूरी होने वाली इस परियोजना को विभिन्न कारणों से निर्धारित समय से आगे बढ़ा दिया गया था। लेकिन अब यह उद्घाटन के लिए तैयार है और जल्द ही दिल्ली से देहरादून तक का सफर सुगम और तेज हो जाएगा।