नोएडा में बन रहे जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने 9 दिसंबर 2024 को अपना पहला ट्रायल रन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया। इस ऐतिहासिक मौके पर इंडिगो विमान ने दिल्ली एयरपोर्ट से उड़ान भरकर 15 मिनट में जेवर के पहले रनवे पर लैंड किया। अप्रैल 2025 से यहां से नियमित उड़ानें शुरू होंगी।
सबसे खास बात यह है कि जेवर एयरपोर्ट पर टिकटें दिल्ली एयरपोर्ट से 20% तक सस्ती होंगी। उत्तर प्रदेश सरकार सब्सिडी देकर इसे संभव बनाएगी। इससे यात्रियों को सस्ता हवाई सफर मिलेगा, जिससे जेवर एयरपोर्ट आम जनता के लिए बड़ा विकल्प बन जाएगा।
जेवर एयरपोर्ट से जुड़ी मुख्य बातें
विषय | विवरण |
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स्थान | नोएडा, गौतम बुद्ध नगर, यूपी |
संपर्क साधन | दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद से डेडिकेटेड बस सेवा अप्रैल 2025 से शुरू होगी। |
टिकट सस्ती क्यों? | दिल्ली एयरपोर्ट पर यात्री भार कम करने के लिए सब्सिडी से 15-20% सस्ते दाम। |
यात्री क्षमता | पहले चरण में सालाना 1.2 करोड़ यात्री संभालने की क्षमता। |
पहली उड़ानें | अप्रैल 2025 से करीब 60 उड़ानों की शुरुआत। |
दूरी (दिल्ली से) | दिल्ली से 72 किमी, आगरा से 150 किमी। |
कुल क्षेत्रफल | 6200 हेक्टेयर, पहले चरण में 1334 हेक्टेयर पर निर्माण। |
निर्माण कंपनी | टाटा पावर, सोलर और विंड पावर इंफ्रास्ट्रक्चर पर 550 करोड़ का निवेश। |
सस्ती टिकटों का क्या मतलब?
दिल्ली एयरपोर्ट की तुलना में जेवर एयरपोर्ट पर सस्ती टिकटों का कारण सब्सिडी और नया यात्री हब बनाना है। इससे मिडिल क्लास और छोटे शहरों के यात्रियों के लिए हवाई यात्रा का सपना साकार होगा।
आपके लिए क्यों खास?
- ट्रैवल की बचत: सस्ती टिकटों से हवाई सफर किफायती होगा।
- कनेक्टिविटी में सुधार: बस और ट्रेन के अलावा अब फ्लाइट का सस्ता विकल्प।
- आसान पहुँच: दिल्ली-एनसीआर और यूपी के बड़े शहरों से जुड़ाव।