शुक्रवार को म्यांमार में 7.7 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे भारी तबाही मची। इस भूकंप के बाद कई आफ्टरशॉक्स (झटके) महसूस किए गए, जिससे सड़कें फट गईं, इमारतें ढह गईं, और इसका असर चीन, थाईलैंड, वियतनाम और भारत तक महसूस किया गया।
भूकंप से जुड़े मुख्य बिंदु:
भूकंप का केंद्र म्यांमार के मांडले के पास, 10 किमी की गहराई पर था। यह दोपहर 12:50 बजे (लोकल टाइम) आया। इसके बाद 6.4 तीव्रता का आफ्टरशॉक आया, और फिर कई छोटे झटके महसूस किए गए।
थाईलैंड में नुकसान:
-
भूकंप के झटकों से बैंकॉक में इमारतें हिल गईं, और लोग घबराकर सड़कों पर आ गए।
-
बैंकॉक के चातुचक मार्केट में एक गगनचुंबी इमारत गिर गई, जिससे 6 लोगों की मौत हो गई। पहले 10 मौतें बताई गई थीं, लेकिन बाद में आंकड़ा 6 पर संशोधित किया गया।
-
पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेवाएं कुछ देर के लिए रोक दी गईं।
चीन और वियतनाम में असर:
-
चीन के युन्नान प्रांत में भी झटके महसूस किए गए।
-
बीजिंग की भूकंप एजेंसी ने इसे 7.9 तीव्रता का भूकंप बताया।
-
वियतनाम में भी भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए।
भारत में स्थिति:
-
पश्चिम बंगाल (कोलकाता) और मणिपुर (इम्फाल) में हल्के झटके आए।
-
हालांकि, भारत में कोई नुकसान या हताहत होने की सूचना नहीं मिली।
म्यांमार में बढ़ती मौतें:
-
शनिवार को म्यांमार की सत्तारूढ़ जुंटा सरकार ने पुष्टि की कि मृतकों की संख्या बढ़कर 1,000 हो गई है।
-
सैकड़ों लोग घायल हैं और राहत कार्य जारी हैं।
-
संख्या और बढ़ने की आशंका है।
म्यांमार: भूकंप का इतिहास
-
म्यांमार भूकंप प्रभावित क्षेत्र है और पहले भी 1930 से 1956 के बीच कई तेज भूकंप आ चुके हैं।
-
देश के सागाइंग फॉल्ट लाइन के पास अक्सर भूकंप आते हैं।
म्यांमार में आया यह भूकंप विनाशकारी साबित हुआ है। न केवल म्यांमार, बल्कि थाईलैंड, चीन, वियतनाम और भारत में भी इसके झटके महसूस किए गए। भारत में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन म्यांमार में मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है।