मेटा (Meta) कंपनी ने अमेरिका में 6 जनवरी, 2021 को कैपिटल पर हुए हमले के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ दायर मामले को निपटाने के लिए 25 मिलियन अमेरिकी डॉलर का भुगतान करने पर सहमति व्यक्त की है। इस मामले की शुरुआत तब हुई जब चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की हार होने के बाद उन्होंने अपने समर्थकों को कैपिटल की ओर मार्च करने के लिए प्रोत्साहित किया था, जिससे भारी हिंसा हुई थी।
ट्रंप की धमकियों के आगे झुकते हुए, मेटा ने इस कानूनी विवाद को सुलझाने के लिए यह बड़ा भुगतान करने का निर्णय लिया। यह उदाहरण बड़ी कंपनियों के लिए बताया गया है जो राष्ट्रपति ट्रंप के साथ अपने विवादों को सुलझाने के प्रयास कर रही हैं।
इस समझौते में 22 मिलियन अमेरिकी डॉलर एक गैर-लाभकारी संस्था को दिया जाएगा, जो ट्रंप की भविष्य की राष्ट्रपति लाइब्रेरी के निर्माण में इस्तेमाल होगा, जबकि बाकी की राशि कानूनी फीस और अन्य मामलों में खर्च की जाएगी। इस समझौते की पहली रिपोर्ट वाल स्ट्रीट जर्नल ने प्रकाशित की।
मेटा ने किया 25 मिलियन डॉलर का समझौता
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ समझौता
मेटा (Meta) ने अमेरिका में कैपिटल (Capitol) पर 6 जनवरी, 2021 को हुए हमले के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर निलंबित खातों के मामले में 25 मिलियन अमेरिकी डॉलर का भुगतान करने पर सहमति जताई है।
घटनाक्रम की पृष्ठभूमि
चार साल पहले, जब चुनाव में ट्रंप की हार हुई, उन्होंने अपने समर्थकों से कैपिटल कूच की अपील की थी, जिसके फलस्वरूप वहां भारी हिंसा हुई। इस मामले को निपटाने के लिए मेटा ने यह कदम उठाया है।
ट्रंप की धमकी का प्रभाव
यह समझौता एक बड़ी कंपनी द्वारा राष्ट्रपति के साथ निपटारा करने का नवीनतम उदाहरण है। ट्रंप ने अपने आलोचकों और प्रतिद्वंद्वियों से बदला लेने की धमकी दी थी। वर्तमान में, मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग अन्य बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों के साथ नए ट्रंप प्रशासन के साथ संबंध बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
समझौते की शर्तें
सूत्रों के अनुसार, समझौते की शर्तों में 22 मिलियन अमेरिकी डॉलर एक गैर-लाभकारी संस्था को दिया जाएगा जो भविष्य में ट्रंप की राष्ट्रपति लाइब्रेरी का निर्माण करेगी। शेष राशि कानूनी फीस और अन्य मुकदमों में जाएगी। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने इस समझौते की पहले रिपोर्ट की थी।