बुधवार को टिटागढ़ रेल सिस्टम्स के शेयरों में 8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। कंपनी के जून 2024 (Q1FY25) तिमाही के नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे, जिससे यह गिरावट आई।
टिटागढ़ ने 8.4 प्रतिशत की सालाना वृद्धि के साथ ₹67 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले साल की इसी अवधि में ₹61.79 करोड़ था। हालांकि, कंपनी का राजस्व लगभग एक प्रतिशत घटकर ₹903 करोड़ हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में ₹910.80 करोड़ था।
ऑपरेशनल फ्रंट पर, कंपनी का EBITDA 4.1 प्रतिशत घटकर ₹101.7 करोड़ हो गया, जो पिछले साल ₹106.1 करोड़ था। इस गिरावट के कारण EBITDA मार्जिन 50 बेसिस पॉइंट्स घटकर 11.2 प्रतिशत पर आ गया।
शेयरों में गिरावट
इस वित्तीय प्रदर्शन के कारण टिटागढ़ के शेयर की कीमत में 7.9 प्रतिशत की गिरावट आई, जिससे यह ₹1,548.95 के इंट्रा-डे लो पर पहुंच गया। यह शेयर अब अपने रिकॉर्ड हाई ₹1,896.50 से 18 प्रतिशत नीचे है, जो पिछले महीने दर्ज किया गया था। बावजूद इसके, पिछले साल के मुकाबले टिटागढ़ के शेयर ने मजबूत वृद्धि दिखाई है।
ऑर्डर बुक और आगे की संभावनाएँ
Q1FY25 के दौरान, टिटागढ़ ने ₹350 करोड़ के ऑर्डर प्राप्त किए, जिनमें से ₹250 करोड़ फ्रेट रोलिंग स्टॉक्स और ₹100 करोड़ प्रोपल्शन सिस्टम्स के लिए थे। जून तिमाही के अंत तक, कंपनी के पास 20,300 वैगनों और 1,592 मेट्रो और वंदे भारत कोचों के ऑर्डर थे।
हाल के महीनों का प्रदर्शन
जुलाई का महीना टिटागढ़ के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है, जिसमें शेयर ने पिछले तीन महीनों की वृद्धि के बाद 13 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखी। जून में 31.4 प्रतिशत, मई में 33.7 प्रतिशत और अप्रैल में 15.11 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। हालांकि, मार्च में 2 प्रतिशत और फरवरी में 14.2 प्रतिशत की बड़ी गिरावट देखी गई थी। जनवरी 2024 में शेयर में मामूली 4.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।