वोडाफोन आइडिया (Vi) अपने 5G मोबाइल ब्रॉडबैंड को मार्च 2025 में लॉन्च करने की तैयारी में है। जानकारों का कहना है कि कंपनी पहली बार में ही 75 प्रमुख शहरों पर फोकस करेगी, जो उसकी 17 प्रायोरिटी सर्कल्स में आते हैं। Vi की योजना 5G को आक्रामक कीमतों पर पेश करने की है, ताकि वह रिलायंस जियो और भारती एयरटेल से ग्राहकों को वापस जीत सके। दोनों प्रमुख कंपनियाँ पहले ही देशभर में 5G नेटवर्क रोलआउट कर चुकी हैं।
15% तक सस्ते हो सकते हैं प्लान
टेलीकॉम सेक्टर के विश्लेषकों की मानें तो Vi शुरुआती लेवल के 5G प्लान अपने प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में लगभग 15% तक सस्ते पेश कर सकती है। इसका मक़सद उन ग्राहकों को अपनी ओर खींचना है, जो अभी तक जियो या एयरटेल के 5G प्लान ले रहे हैं। हालाँकि, कुछ जानकार यह भी मानते हैं कि Vi बहुत ज़्यादा अंडरकटिंग नहीं करेगी, क्योंकि इससे उसकी औसत प्रति यूज़र आय (ARPU) पर असर पड़ सकता है, जो आर्थिक रूप से पहले से जूझ रही कंपनी के लिए चुनौती बन जाएगा।
‘टॉप 75 शहरों’ से होगी शुरुआत
कंपनी 17 प्रायोरिटी सर्कल्स में सबसे पहले 5G लॉन्च करेगी, जिसमें 75 शहर शामिल हो सकते हैं। माना जा रहा है कि Vi इंडस्ट्रियल हब और बड़े डेटा इस्तेमाल वाले इलाकों को भी खास टारगेट करेगी, ताकि शुरुआत में ही पर्याप्त यूज़र बेस बन सके।
डीलर कमिशन पर बढ़ेगा खर्च
एक शीर्ष टेलीकॉम एनालिस्ट के मुताबिक Vi अपने डीलर कमिशन और प्रोमोशनल खर्चों में भी बढ़ोतरी कर सकती है, जिससे रिटेल नेटवर्क को मज़बूत किया जा सके और 5G यूज़र्स को अन्य कंपनियों से तोड़ा जा सके। कंपनी ने हालांकि इस बारे में कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं दी है।
4G नेटवर्क विस्तार के साथ 5G की तैयारी
Vi ने हाल ही में नोकिया, एरिक्सन और सैमसंग के साथ करीब 3.6 अरब डॉलर (लगभग 30,000 करोड़ रुपये) के सौदे किए हैं, जिसके तहत कंपनी तेज़ी से अपने 4G कवरेज का विस्तार और 5G रोलआउट करेगी। इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का कहना है कि Vi आने वाले तीन सालों में करीब 75,000 5G साइट्स लगाना चाहती है।
कंपनी को मिला वित्तीय सहारा
- सरकार द्वारा बैंक गारंटी की शर्तों में राहत देने से Vi को 25,000 करोड़ रुपये कर्ज़ जुटाने में मदद मिल सकती है।
- इसके अलावा, कंपनी को 24,000 करोड़ रुपये का इक्विटी फंडिंग बैकअप भी मिला है।
- नए फंड्स का इस्तेमाल नेटवर्क विस्तार और 5G टेक्नोलॉजी में तेज़ निवेश के लिए किया जा सकता है।
उपयोगकर्ता अनुभव होगा निर्णायक
PwC इंडिया के टेलीकॉम लीडर विनिश बावा के मुताबिक, “भविष्य में 5G ग्राहकों के बीच जंग कीमतों के साथ-साथ बेहतरीन नेटवर्क क्वालिटी और कस्टमर एक्सपीरियंस पर भी टिकी होगी। जब तीसरा 5G प्लेयर (Vi) मैदान में उतरेगा, तब ग्राहकों के पास विकल्प बढ़ेंगे और ऐसे में किफायती दाम, बेहतर कवरेज और नई टेक्नोलॉजी वाली सर्विस ही बाज़ी मारेगी।”
जियो और एयरटेल से कड़ी टक्कर
सितंबर 2024 तक जियो के पास 148 मिलियन और एयरटेल के पास 105 मिलियन शुद्ध (Pure) 5G यूज़र थे। Vi को इन दोनों से मुकाबला करने के लिए न सिर्फ़ सस्ते प्लान लाने होंगे, बल्कि 5G कवरेज और स्पीड पर भी ध्यान देना होगा, ताकि वह लगातार ग्राहकों को खोने से बच सके और मार्केट में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा सके।
क्या सोच रही है Vi
Vi के सीईओ अक्षय मूंदड़ा ने पहले ही संकेत दिया था कि कंपनी अपने 5G प्लान्स को प्रतिद्वंद्वियों से सस्ता रखने पर विचार कर रही है। हालाँकि, अंतिम फैसला लॉन्च के करीब लिया जाएगा।
कंपनी के प्रवक्ता के मुताबिक, “हम 5G सेवा लॉन्च करने के लिए तैयार हैं और यूज़र्स को बेहतरीन अनुभव व किफ़ायती प्लान देना हमारी प्राथमिकता है।”