बजट 2025 में सरकार ने 12.75 लाख रुपये तक की इनकम को टैक्स फ्री कर दिया है। लेकिन अगर आपकी सैलरी 12 लाख रुपये से ज्यादा है तो क्या? घबराने की जरूरत नहीं! आप अपनी इनकम को सही तरीके से प्लान करके 13 लाख, 14 लाख, 15 लाख या यहां तक कि 18 लाख रुपये तक की इनकम पर भी टैक्स बचा सकते हैं।
कैसे बचाएं ज्यादा इनकम पर टैक्स?
1. सैलरी रीस्ट्रक्चरिंग करें:
सबसे आसान तरीका है अपनी सैलरी का ढांचा (Structure) बदलना। इसके लिए आपको अपने एंप्लॉयर से बात करनी होगी। अपनी सैलरी में कुछ भत्ते (Allowances) और लाभ (Perks) जोड़ने से टैक्स में बड़ी राहत मिल सकती है।
उदाहरण के लिए:
अगर आपकी बेसिक सैलरी और डीए (महंगाई भत्ता) मिलाकर 12.25 लाख रुपये है, तो आप इसे इस तरह से टैक्स फ्री कर सकते हैं:
- NPS में योगदान: ₹1.71 लाख
- मोटर कार सुविधा (लीज पर कार): ₹4 लाख
- गिफ्ट भत्ता: ₹5,000
कुल ग्रॉस सैलरी: ₹18.01 लाख
अब इसे टैक्स फ्री कैसे करेंगे?
- NPS योगदान: आपकी बेसिक सैलरी और डीए का 14% तक का योगदान सेक्शन 80CCD (2) के तहत टैक्स फ्री होता है। इससे आप ₹1.71 लाख की बचत कर सकते हैं।
- गिफ्ट भत्ता: कंपनी की तरफ से मिलने वाले ₹5,000 तक के गिफ्ट सेक्शन 17(2)(vii) रूल 3(7)(iv) के तहत टैक्स फ्री होते हैं।
- स्टैंडर्ड डिडक्शन: हर सैलरीड कर्मचारी को ₹75,000 तक का स्टैंडर्ड डिडक्शन मिलता है।
इन तरीकों से आप अपनी पूरी सैलरी को टैक्स फ्री कर सकते हैं!
अधिक टैक्स बचाने के ये भी हैं स्मार्ट तरीके:
- मेडिकल अलाउंस: खुद और परिवार के इलाज के खर्च को कवर करने वाला मेडिकल अलाउंस टैक्स फ्री होता है।
- फूड कूपन/मील वाउचर: कई कंपनियां फूड कूपन देती हैं, जो भी टैक्स बचाने में मदद करते हैं।
- मोबाइल और इंटरनेट बिल रिइम्बर्समेंट: ऑफिस के काम के लिए इस्तेमाल होने वाले मोबाइल और इंटरनेट बिल की भरपाई टैक्स फ्री होती है।
- HRA (हाउस रेंट अलाउंस): किराए के मकान में रहने वालों के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण भत्ता है, जो आपकी बेसिक सैलरी का 40-50% तक हो सकता है।
- लीव ट्रैवल अलाउंस (LTA): भारत में यात्रा के खर्च पर टैक्स में राहत मिलती है, अगर आप कंपनी के नियमों के अनुसार क्लेम करते हैं।
- चाइल्ड एजुकेशन अलाउंस: बच्चों की पढ़ाई के लिए मिलने वाला भत्ता भी एक सीमा तक टैक्स फ्री होता है।
- होम लोन पर टैक्स छूट: अगर आपके पास होम लोन है, तो उसके ब्याज और प्रिंसिपल पर भी टैक्स में छूट मिलती है।