देशभर के बड़े शहर और मेट्रो सिटी में लगातार प्रदूषण के ऊपर लगाम लगाने के लिए दंडात्मक कार्यवाही की जा रही है. इस दंडात्मक कार्यवाही में अपनी मियाद पूरी कर चुके वाहन जप्त हो रहे हैं। इतना ही नहीं वाहन स्क्रेपिंग भी किया जा रहा है। लेकिन इन सबके बीच नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट जारी करके इन वाहनों को दूसरे राज्यों या शहर से बाहर चलाने के लिए अनुमति भी प्रदान की जा रही है।
शुरू हो गया है एनओसी ले चुके वाहनों के ऊपर एक्शन।
दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट हासिल कर चुके वाहन लंबे समय से दिल्ली में ही टिके हुए हैं जिसके बाद अब विभाग ने उनके ऊपर कार्यवाही करना शुरू कर दिया है। दिल्ली एनसीआर में कई जगहों से वाहनों को विभाग के द्वारा उठाया गया है और उन्हें अब सीधा स्क्रैप यूनिट भेज दिया गया है।
सस्ता में लिखना शुरू हुआ दिल्ली एनसीआर में सेकंड हैंड गाड़ी।
दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में हो रहे इस एक्शन के वजह से जो गाड़ी अपने समय सीमा पूरी कर चुकी हैं वह गाड़ियां तुरंत नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट हासिल करके सेकंड हैंड कार शोरूम में बिक्री के लिए उपलब्ध हो गई हैं।
गाड़ियां इतनीसस्ती की मोटरसाइकिल के दाम में मिल रहा है चार चक्का।
आज के समय में अमूमन तौर पर मोटरसाइकिल ओ की खरीदारी 1.5 लाख से 2 लाख के बीच में आती है। लेकिन अब इस कीमत में मारुति और हुंडई के साथ-साथ रेनॉल्ट की गाड़ियां सेकंड हैंड कार बाजार में उपलब्ध है।
Spinny वेबसाइट पर लिस्टिंग के अनुसार महज 31000 किलोमीटर चली मारुति अल्टो 800 मात्र 2.12 लाख रुपए में उपलब्ध है वही 33000 किलोमीटर चले हुंडई i10 2.42 लाख रुपए में उपलब्ध है। इस प्रकार की अनगिनत गाड़ियां महज ₹400000 से कम कीमत में उपलब्ध है।
सेकंड हैंड गाड़ियां बेचने के साथ-साथ यह कंपनी लोगों को मुफ्त मेंटेनेंस और लंबे समय तक के लिए वारंटी भी मुहैया कराती है ताकि सेकंड हैंड गाड़ियां खरीदने के बावजूद भी लोगों को किसी भी प्रकार का दिक्कत ना हो।