भारतीय अर्थव्यवस्था के रीड की हड्डी माने जाने वाली एमएसएमई संस्थाओं द्वारा भारत में 43.6 प्रतिशत योगदान निर्यात के क्षेत्र में है, जिनकी सबसे बड़ी समस्या अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में लेनदेन करना है। इस बड़ी समस्या को सुलझाते हुए नए संस्था BriskPe अंतर्राष्ट्रीय भुगतान के लिए नया प्लेटफार्म लॉन्च हुआ है, इसके बाद एमएसएमई निर्यातकों के अंतरराष्ट्रीय व्यापारी बेहद ही आसानी से लेनदेन कर सकते हैं इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि दूसरे देश से आने वाला पैसा एक दिन के भीतर व्यापारी के खाते में सेटल कर दिया जाएगा। BriskPe ने इसके लिए येस बैंक के साथ हाथ मिलाया है।
BriskPe: एक नवीन क्रांति अंतरराष्ट्रीय भुगतान में
मुंबई स्थित कंपनी BriskPe, जो एक अंतरराष्ट्रीय भुगतान मंच है, ने MSME निर्यातकों के लिए एक नवीन समाधान प्रस्तुत किया है जो अंतरराष्ट्रीय भुगतान के क्षेत्र में एक नई दिशा निर्धारित करने का वादा करता है।
भारत के MSMEs को बड़ा सहयोग
भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी, MSMEs, ने 2022-23 के वित्तीय वर्ष में भारत के निर्यात का 43.6% योगदान दिया। BriskPe इन चुनौतियों को दूर करने के लिए तैयार है, जिससे MSME निर्यातकों को अंतरराष्ट्रीय व्यापार में आसानी और कुशलता से भाग लेने का मौका मिलता है।
BriskPe का नवाचार
BriskPe के पीछे की ताकत है इसके संस्थापकों की तिकड़ी – संजय त्रिपाठी, नीलेश पाठक, और इंदुनाथ चौधरी का 75 वर्षों का संयुक्त अनुभव। उनकी विशेषज्ञता ने एक ऐसे उत्पाद को आकार दिया है जो अंतरराष्ट्रीय भुगतान को सरल, कुशल और मोबाइल-प्रथम सुविधाजनक बनाता है। ज्ञात हो कि मौजूद एमएसएमई निर्यातकों को दूसरे देश से भुगतान के लिए अत्यधिक टैक्स भुगतान में देरी इसके अलावा कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता था इन सभी समस्याओं से छुटकारा देते हुए BriskPe (मुंबई की कंपनी) एक बड़ी कंपनी के रूप में उभर सकती है।
भुगतान प्रक्रिया और सहयोग
MSMEs अपने भारतीय बैंक खातों को लिंक कर सकते हैं और इनवॉइस जारी कर सकते हैं। BriskPe भुगतान की स्थिति को स्वचालित रूप से ट्रैक करता है और प्राप्त बैंक में भुगतान को एक दिन में क्रेडिट करता है। कंपनी ने YES BANK के साथ सहयोग किया है ताकि लेन-देन प्रक्रिया को सुगम और कुशल बनाया जा सके।
भारत के निर्यात आकांक्षाओं को बढ़ावा
2030 तक भारत के कुल $2 ट्रिलियन के निर्यात लक्ष्य में MSMEs का कम से कम 60% योगदान होने की उम्मीद है। BriskPe के नवाचारी दृष्टिकोण से निर्यातकों को वैश्विक बाजार में पनपने का अवसर मिलता है।
महत्वपूर्ण जानकारी तालिका
विशेषता | विवरण |
---|---|
कंपनी | BriskPe |
स्थापना वर्ष | 2023 |
मुख्यालय | मुंबई, भारत |
लक्षित ग्राहक | MSME निर्यातक |
सेवाएं | अंतरराष्ट्रीय भुगतान सुविधाएं |
सहयोगी बैंक | YES BANK |
लाइसेंस | RBI के OPGSP, कनाडा में MSB लाइसेंस |
सामान्य प्रश्न (FAQs)
- BriskPe क्या है?
- एक अंतरराष्ट्रीय भुगतान मंच, विशेष रूप से MSMEs के लिए।
- BriskPe का मुख्य लक्ष्य क्या है?
- अंतरराष्ट्रीय भुगतान को सरल और कुशल बनाना।
- BriskPe के संस्थापक कौन हैं?
- संजय त्रिपाठी, नीलेश पाठक, और इंदुनाथ चौधरी।
- BriskPe के सहयोगी बैंक कौन हैं?
- YES BANK।