देश में रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने बड़ा एक्शन लेते हुए एक बैंक का पूरा का पूरा लाइसेंस ही रद्द कर दिया है. इस बैंक में 4 दिसंबर के बाद से सारे निकासी और जाम पर रोक लगा दिए गए हैं. रिजर्व बैंक आफ इंडिया के इस क्रिया के वजह से भारी संख्या में खाताधारक प्रभावित हुए हैं. अब यह लोग केवल इंश्योरेंस स्कीम के तहत ₹500000 तक ही अपना पैसा आरबीआई से ले सकेंगे.
1. RBI का कड़ा कदम 🚫
- लाइसेंस रद्दीकरण: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने शंकरराव पुजारी नूतन नगरी सहकारी बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया है।
- कारोबार समाप्ति: बैंक ने 4 दिसंबर, 2023 को अपने बैंकिंग ऑपरेशंस बंद कर दिए हैं।
2. पूंजी और कमाई की कमी 💸
- वित्तीय अस्थिरता: RBI ने यह कदम बैंक के पास पर्याप्त पूंजी और कमाई की संभावनाएं न होने के कारण उठाया है।
- भुगतान में असमर्थ: बैंक अपनी वर्तमान वित्तीय स्थिति के चलते जमाकर्ताओं को पूरा भुगतान करने में असमर्थ था।
3. DICGC से मिलेगा पैसा 🛡️
- जमाकर्ताओं को पूरी जमा राशि मिलेगी: 99.85% जमाकर्ता DICGC से अपनी जमा की पूरी राशि पाने के हकदार हैं।
- बीमाकृत जमा राशि का भुगतान: डीआईसीजीसी ने अधिनियम के तहत 41.60 करोड़ रुपये का भुगतान पहले ही कर दिया है।
4. सहकारी बैंकों पर RBI की नजर 👀
- जुर्माना लगाया गया: RBI ने पहले भी चार सहकारी बैंकों पर नियमों का पालन न करने के लिए जुर्माना लगाया था।
- अन्य बैंक भी निशाने पर: इस कदम से अन्य सहकारी बैंकों के लिए भी संदेश जाता है कि वे नियमों का पालन करें।
5. जमाकर्ताओं के लिए क्या बदलेगा? 💡
- जमा राशि की सुरक्षा: जमाकर्ताओं को उनकी जमा राशि की सुरक्षा के लिए DICGC के तहत कवर किया जाएगा।
- वित्तीय नियमों की सख्ती: इस कदम से भारतीय बैंकिंग सिस्टम में वित्तीय अनुशासन और नियमों की सख्ती बढ़ेगी।
आपके यहां बताते चले कि रिजर्व बैंक आफ इंडिया के अनुसार भारत के स्टेट बैंक आफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक देश के सबसे बड़े बैंक और Too Big Too Fall कैसे श्रेणी में है अर्थात यह वैसे बैंक है जो भारत में सबसे सुरक्षित माने जा सकते हैं.