अब कई स्थितियों में जहाँ बहुत कम अंतराल के लिए लोगों को हुए स्टेशन पर रुकना पड़ता है वहाँ लोगों को अब किसे प्रकार से अन्य होटल और विश्राम स्थल के लिए पैसे ज़्यादा प्राइवेट सेक्टर को नहीं देना होंगे बल्कि रेलवे स्टेशन पर शुरू किए गए इस व्यवस्था का लाभ लेकर माह 10 रुपया में घंटा भर समय काट सकते हैं।
भारतीय रेल, जिसे देश की लाइफलाइन माना जाता है, रोजगार, व्यापार और सामाजिक जीवन के लिए जनसंख्या को जोड़ती है। कई बार, ट्रेनों के देरी से चलने के कारण, यात्रियों को स्टेशन पर घंटों इंतजार करना पड़ता है। इस समस्या के समाधान के लिए, रेलवे ने विश्राम कक्षाएं (वेटिंग हॉल) की सुविधा प्रदान की है।
प्राइवेट सेक्टर द्वारा प्रबंधित विश्राम कक्ष
हाल ही में, दिल्ली के कुछ स्टेशनों पर विश्राम कक्षाएं प्राइवेट सेक्टर द्वारा प्रबंधित की जा रही हैं। इसके लिए यात्रियों को एक निर्दिष्ट राशि देनी पड़ती है। निजामुद्दीन, नई दिल्ली और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन में इस व्यवस्था को लागू किया गया है।
विश्राम कक्ष में सुविधाएं और शुल्क
विश्राम कक्षों में अब ₹10 प्रति घंटे का शुल्क लगाया जा रहा है। ये व्यवस्था तीन साल पहले से ही शुरू हुई है। पैसेंजर्स को उनके टिकट का पीएनआर नंबर और मोबाइल नंबर देने होते हैं। इसके अलावा, वेटिंग रूम में कैंटीन, साफ-सुथरे वॉशरूम और सभी ट्रेनों की जानकारी देने वाली बड़ी स्क्रीन की भी व्यवस्था है।
अब कई स्थितियों में जहाँ बहुत कम अंतराल के लिए लोगों को हुए स्टेशन पर रुकना पड़ता है वहाँ लोगों को अब किसे प्रकार से अन्य होटल और विश्राम स्थल के लिए पैसे ज़्यादा प्राइवेट सेक्टर को नहीं देना होंगे बल्कि रेलवे स्टेशन पर शुरू किए गए इस व्यवस्था का लाभ लेकर माह 10 रुपया में घंटा भर समय काट सकते हैं।