CLSA ने कमोडिटी कीमतों में हुए इजाफे को देखते हुए वेदांता लिमिटेड की रेटिंग को ‘रेड्यूस’ से अपग्रेड कर ‘बाय’ कर दिया है। इसके साथ ही, वेदांता के शेयर के लिए टारगेट प्राइस को 360 रुपये से बढ़ाकर 390 रुपये कर दिया गया है।
वेदांता के शेयर में ज़बरदस्त वृद्धि
रेटिंग अपग्रेड के पश्चात, 10 अप्रैल को वेदांता का स्टॉक 7.7% की बढ़ोतरी के साथ 364.60 रुपये पर कारोबार करते हुए अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। पिछले वर्ष में इसमें 34% की वृद्धि देखी गई थी।
वेदांता की सकारात्मक स्थिति
रिपोर्ट के अनुसार, वेदांता की डायवर्सिफाइड परफॉर्मेंस और कमोडिटी अपसाइकल में कैपिटल निवेश करने के लिए अनुकूल हालात हैं। कंपनी विभिन्न क्षेत्रों में कैपेसिटी और प्रॉफिट बढ़ाने के लिए प्रयासरत है, जो भविष्य की संभावनाओं के लिए सकारात्मक संकेत है।
वित्तीय वृद्धि और लेवरेज
वेदांता ग्रुप की EBITDA 2025-27 तक 5 अरब डॉलर से बढ़कर 6-7.5 अरब डॉलर होने की उम्मीद है। पेरेंट कंपनी के लोन में गिरावट आने के चलते, कंपनी के लेवरेज में इजाफा हुआ है।
निवेशकों में वृद्धि
पिछले चार महीनों में ब्लैकरॉक, अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी, आईसीआईसीआई म्यूचुअल फंड, और निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड ने सामूहिक रूप से वेदांता में अपनी हिस्सेदारी लगभग 2 प्रतिशत बढ़ा दी है। विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने भी इसी अवधि में अपनी हिस्सेदारी 1.2% बढ़ा दी है। डीमर्जर योजनाओं, डिलीवरेजिंग और मैटल कीमतों में वृद्धि के कारण शेयर कीमत में हालिया उछाल आया है, जिससे देशी और विदेशी फंड्स दोनों के निवेश में तेजी आई है।