राज्य की 6 स्टेट हाइवे के निर्माण को मिली हरी झंडी: बिहार में लंबे समय से अटके पड़े 6 स्टेट हाइवे के निर्माण को आखिरकार मंजूरी मिल गई है। ये सड़कें बिहार स्टेट हाईवे प्रोजेक्ट-4 के फेज-1 की हैं, जो अब डेढ़ साल बाद शुरू होने जा रही हैं।
एनडीए सरकार के आते ही निर्माण कार्य में तेजी
केंद्र में एनडीए सरकार बनते ही इन सड़कों के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। इन सड़कों के निर्माण के लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) से 200 मिलियन डॉलर का लोन लिया जाएगा। फिलहाल, चयनित सड़कों का फाइनल डीपीआर बनाने और 73.71 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
ADB से लोन पर रजामंदी
4 से 9 मार्च के बीच एडीबी से लोन लेने पर सैद्धांतिक सहमति बनी। लोकसभा चुनाव आचार संहिता के बीच ही प्री फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट पर भी एडीबी और बिहार राज्य पथ विकास निगम के अधिकारियों के बीच 11-18 अप्रैल के बीच फाइनल वार्ता हुई।
क्या होगा फायदा… पिछड़े इलाकों का आर्थिक विकास तेज होगा
- बनगंगा-जेठियन-गेहलौर-बिंदस रोड: गया से राजगीर की दूरी 10 किमी कम होगी। दशरथ मांझी द्वारा बनाई गई सड़क इसी किनारे है।
- आरा-एकौना-खैरा-सहार रोड: आरा-अरवल की सीधी कनेक्टिविटी होगी। नक्सल प्रभावित इलाके में यातायात सुगम होगा।
- छपरा-मांझी-दरौली-गुठनी रोड: छपरा शहर से यूपी के मऊ, देवरिया, गोरखपुर से आना-जाना अब आसान हो जाएगा।
- धोरैया-इंग्लिस मोड़-असरगंज रोड: मुंगेर-भागलपुर-बांका-जमुई जिले में आवागमन सुगम होगा। क्षेत्र का विकास होगा।
- सीतामढ़ी-पुपरी-बेनीपट्टी रोड: सीतामढ़ी और मधुबनी जिलों में आर्थिक गतिविधि बढ़ेगी, समय भी बचेगा।
- हथौड़ी-औराई रोड पर ब्रिज/एप्रोच रोड: मुजफ्फरपुर के बाढ़ग्रस्त इलाके में बागमती पर बने इस ब्रिज से सालों भर आवागमन होगा।