देश में शायद ही कोई ऐसा शहर होगा जहां आने-जाने के लिए टोल टैक्स नहीं देना पड़ता हो। गाड़ियों और एक्सप्रेसवे की संख्या जितनी तेजी से बढ़ रही है, उसी रफ्तार से टोल प्लाजा भी बन रहे हैं। आपने भी कई बार टोल प्लाजा पर पैसा दिया होगा। लेकिन क्या आप उन दो नियमों के बारे में जानते हैं जिसके हिसाब से आप मुफ्त में टोल प्लाजा से गुजर सकते हैं? खुद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) इसकी गारंटी देता है।
एनएचएआई (NHAI) के नए आदेश
26 मई 2021 को एनएचएआई ने ड्राइवरों को बड़ी राहत और अधिकार दिए हैं। इस आदेश में टोल से जुड़े ऐसे दो नियमों का हवाला दिया गया है जिनकी मदद से चालक बिना टोल चुकाए टोल प्लाजा से निकल सकते हैं। एनएचएआई ने यह भी कहा कि अगर ड्राइवरों को इस सुविधा में किसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो वे सीधे हमारे टोल-फ्री नंबर पर कॉल कर सकते हैं।
लंबी कतार है, तो नहीं लगेगा Toll
एनएचएआई ने तीन साल पहले टोल प्लाजा पर बिना टोल टैक्स दिए वाहन के निकलने के संबंध में नियम जारी किए थे। इसमें कहा गया था कि अगर टोल प्लाजा पर लंबी कतार है और आपकी गाड़ी टोल प्लाजा से 100 मीटर या उससे ज्यादा दूर खड़ी है, तो आपको टोल नहीं देना होगा। इसके लिए हर टोल प्लाजा पर 100 मीटर की दूरी का संकेत देने के लिए एक पीली पट्टी लगाई जाती है। बेशक, अगर आपकी गाड़ी 100 मीटर से ज्यादा दूर है, तो आप बिना टोल दिए टोल प्लाजा से गुजर सकते हैं।
10 सेकंड के इंतजार के बाद मुफ्त में गुजारें Toll Plaza
एनएचएआई ने एक और नियम जारी किया है कि टोल प्लाजा से मुफ्त में निकलने के लिए 10 सेकंड से ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ता। इस नीति में कहा गया है कि अगर टोल प्लाजा पर 10 सेकंड से ज्यादा इंतजार करना पड़ता है, तो कोई भी बिना शुल्क चुकाए टोल प्लाजा से गुजर सकता है। एनएचएआई ने यह भी कहा है कि अगर आपको टोल प्लाजा पर 10 सेकंड से ज्यादा इंतजार करना पड़ता है, तो आप उनकी हेल्पलाइन, 1033 पर संपर्क कर सकते हैं।
टोल प्लाजा कर्मचारियों की जानकारी की कमी
एनएचएचएआई ने इस नियम और इसके संबंध में एक दिशानिर्देश जारी किया है। लेकिन आम आदमी और ड्राइवरों के लिए इस सुविधा का फायदा उठाना एक बड़ी चुनौती है। इसका मुख्य कारण यह है कि देश में लगभग सभी टोल प्लाजा निजी कंपनियों को दे दिए गए हैं। और वहां काम करने वाले कर्मचारियों को इस नीति की जानकारी नहीं है। ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां किसी तरह के विरोध करने पर टोल प्लाजा के कर्मचारियों ने वाहन चालकों को मारा-पीटा है। ऐसी स्थिति में, एनएचएआई को इस नीति को लागू करने के लिए टोल प्लाजा कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश जारी करने की जरूरत है।