इंडियन रेलवे ने नया नियम लागू किया है। अब अगर आपके पास वेटिंग वाली टिकट है, तो वह बेकार होगी, चाहे वह काउंटर से ही क्यों न ली गई हो। अगर आप वेटिंग टिकट लेकर आरक्षित कोच में चढ़े, तो आपको अगले स्टेशन पर उतार दिया जाएगा और तगड़ा जुर्माना भी लगेगा। तो अगर आपको सोशल मीडिया या WhatsApp यूनिवर्सिटी से ऐसा कुछ सुनने मिल रहा है, तो आप अकेले नहीं हैं। कन्फ्यूजन की इस ट्रेन पर कई लोग सवार हैं।
आधी हकीकत और आधा फ़साना
सुनने में आ रहा है कि इस नियम में आधी सच्चाई और आधा झूठ है। तो आइए, पहले वेटिंग टिकट के गेम को अच्छे से समझ लेते हैं। देश में रेलवे टिकट लेने के दो तरीके हैं। पहला तरीका पुराना और परंपरागत है, जिसमें काउंटर पर जाकर टिकट खरीदी जाती है। दूसरा तरीका ऑनलाइन है, जिसमें आप IRCTC वेबसाइट या ऐप से टिकट बुक कर सकते हैं।
काउंटर और ऑनलाइन टिकट का फर्क
ऑनलाइन वेटिंग टिकट अगर कनफर्म नहीं होती, तो वह ऑटोमैटिकली कैंसिल हो जाएगी और आपके पैसे पेमेंट सोर्स में वापस आ जाएंगे। लेकिन काउंटर टिकट की बात की जाए, तो ऐसा माना जाता है कि अगर वेटिंग कनफर्म नहीं हुई, तो आप आरक्षित कोच (स्लीपर या AC) में चढ़ सकते हैं। लेकिन सच तो यह है कि यह नियम पहले से ही लागू था। वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को स्लीपर या AC कोच में चढ़ने की अनुमति नहीं है, लेकिन आप जनरल कोच में जा सकते हैं।
रेलवे की सख्त कार्रवाई
अगर आपने वेटिंग टिकट के साथ आरक्षित कोच में यात्रा की, तो रेलवे कार्रवाई करते हुए आपको यात्रा किए गए स्टेशन से लेकर अगले स्टेशन तक का किराया और कम से कम 440 रुपये का जुर्माना भी वसूल सकता है। सोशल मीडिया पर चल रही वेटिंग टिकट की खबरों का यह सोर्स स्टेशन जानना बेहद जरूरी है।
रेलवे को अनेक शिकायतें मिलीं
पिछले कुछ महीनों में रेज़र्व कोच में भारी भीड़ देखने को मिल रही थी, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हो रही थी। सोशल मीडिया और रेल मदद पर आने वाली हजारों शिकायतों के बाद, रेलवे ने इस नियम को सख्ती से लागू करने का फैसला किया है।
वेटिंग टिकट हों तो ध्यान दें
इसलिए अगर आपके पास वेटिंग टिकट है, तो आधे घंटे पहले उसे काउंटर से कैंसिल करवा लें और अपनी यात्रा का दूसरा इंतजाम देखें। इस नियम के बारे में आप क्या सोचते हैं, हमें कॉमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।