श्रीलंका ने 1 अक्टूबर से 35 देशों के नागरिकों को वीज़ा-फ्री एंट्री देने का फैसला किया है। इस सूची में संयुक्त अरब अमीरात (UAE), सऊदी अरब, ओमान, और 32 अन्य देश शामिल हैं। इन देशों के नागरिक श्रीलंका में बिना वीज़ा के 30 दिनों तक रह सकेंगे। यह वीज़ा-फ्री सुविधा छह महीने तक वैध रहेगी।
कौन-कौन से देश शामिल हैं?
इस सूची में कई महत्वपूर्ण देश शामिल हैं, जैसे कि संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, भारत, चीन, इज़राइल, न्यूजीलैंड, नेपाल, इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड, जापान, और ऑस्ट्रेलिया।
इस नीति का उद्देश्य क्या है?
श्रीलंका की यह नई वीज़ा नीति द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और यात्रा एवं आर्थिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लागू की जा रही है। श्रीलंका टूरिज्म डेवलपमेंट अथॉरिटी के अनुसार, सऊदी अरब श्रीलंका के लिए संभावित पर्यटन बाजारों में तीसरे स्थान पर है और जून 2024 में पर्यटन निर्यात के मामले में 23वें स्थान पर था।
श्रीलंकाई मंत्री का क्या कहना है?
श्रीलंकाई विदेश मंत्री अली सबरी ने इस कदम का स्वागत करते हुए इसे वीज़ा-फ्री व्यवस्था की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।
श्रीलंका में पर्यटन की स्थिति क्या है?
श्रीलंकाई टूरिज्म अथॉरिटी के आंकड़ों के अनुसार, कोविड-19 से पहले 2018 में 2,333,796 पर्यटक और 2019 में 1,913,702 पर्यटक श्रीलंका आए थे। महामारी के दौरान यह संख्या कम हो गई थी, लेकिन 2023 में 1,487,303 और 2024 में अब तक 1,315,884 पर्यटक आए हैं। सबरी ने उम्मीद जताई कि श्रीलंका जल्द ही कोविड-19 से पहले की पर्यटन संख्या को हासिल कर लेगा।
श्रीलंका के राजनीतिक परिदृश्य में क्या चल रहा है?
अन्य खबरों में, श्रीलंका 21 सितंबर को नया राष्ट्रपति चुनेगा। राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, जिन्होंने जुलाई 2022 में गोतबाया राजपक्षे के इस्तीफे के बाद पदभार संभाला था, ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव में अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की है। हालांकि, श्रीलंका पोडुजना पेरामुना (SLPP), जो संसद में सबसे बड़ी पार्टी है और राजपक्षे भाइयों से जुड़ी है, ने विक्रमसिंघे का समर्थन न करने और अपने स्वयं के उम्मीदवार को उतारने का निर्णय लिया है।