आज की तेज रफ्तार जिंदगी में हर किसी के पास वक्त की कमी रहती है। इसी जरूरत को ध्यान में रखते हुए भारत में क्विक कॉमर्स का उदय हुआ है। इस समय, भारतीय बाजार में क्विक कॉमर्स की ग्रॉस वैल्यू करीब ₹57,701 करोड़ रुपये है। यह क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है और ब्लिंकिट, जैप्टो और स्विगी इंस्टामार्ट इसके प्रमुख खिलाड़ी हैं। लेकिन अब इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा और भी कड़ी होने की संभावना है, क्योंकि ई-कॉमर्स दिग्गज अमेजन इंडिया भी क्विक कॉमर्स में कदम रखने की तैयारी कर रहा है।
अमेजन इंडिया अपनी क्विक कॉमर्स सेवा ‘तेज’ को इस साल के अंत या नए साल की शुरुआत में लॉन्च करने की योजना बना रहा है। इसके लिए कंपनी ने कर्मचारियों की भर्ती, डार्क स्टोर्स, स्टॉक-कीपिंग यूनिट्स (SKUs), और तेज डिलीवरी नेटवर्क को स्थापित करना शुरू कर दिया है।
यह शुरुआत ऐसे समय में हो रही है जब Flipkart ने अपनी “Minutes” सेवा त्योहारों के सीजन में लॉन्च की है। BigBasket ने अक्टूबर में ₹900 करोड़ की बिक्री का आंकड़ा पार किया, और Tata Digital भी अपनी “Neu Flash” सेवा शुरू कर चुका है। पहले अमेजन की योजना 2025 की पहली तिमाही में ‘तेज’ को लॉन्च करने की थी, लेकिन अब इसे पहले ही लाने का निर्णय लिया गया है।
द इकॉनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ‘तेज’ सेवा की लॉन्च डेट को अगले महीने फाइनल किया जाएगा। अमेजन का वार्षिक कार्यक्रम ‘संभव’ 9-10 दिसंबर को आयोजित होगा, जहाँ ‘तेज’ की लॉन्च तिथि पर मुहर लग सकती है। यह सेवा कंपनी की “एक उभरते ई-कॉमर्स क्षेत्र के लिए जमीनी स्तर की पहल” है।
मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट के मुताबिक, 2026 तक क्विक कॉमर्स बाजार फ़ूड डिलीवरी को पीछे छोड़ सकता है और 2030 तक यह $25-55 बिलियन तक पहुंचने का अनुमान है। अमेजन का मजबूत डिलीवरी नेटवर्क और लॉजिस्टिक्स पार्टनर्स ‘तेज’ की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इस तेजी से बढ़ते बाजार में देखना दिलचस्प होगा कि अमेजन कैसे Blinkit और Zepto जैसे स्थापित खिलाड़ियों को टक्कर देता है।