सिट्रोएन eC3, जो एक इलेक्ट्रिक हैचबैक है, ग्लोबल NCAP के नए और सख्त क्रैश टेस्ट प्रोटोकॉल में बुरी तरह फिसड्डी साबित हुई। इस कार को सुरक्षा के मामले में 0-स्टार रेटिंग दी गई, जिससे यह भारत में सेफ्टी के लिहाज से सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली कारों में से एक बन गई।
अडल्ट सेफ्टी: बेहद निराशाजनक प्रदर्शन
- अंक: 20.86/34
- समस्याएं:
- इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC) की कमी।
- सीटबेल्ट रिमाइंडर मानकों पर खरा नहीं उतरा।
- ड्राइवर और पैसेंजर की छाती और पैरों की सुरक्षा अपर्याप्त।
- पैदल यात्रियों की सुरक्षा मानकों पर भी यह कार खरी नहीं उतरी।
बच्चों की सुरक्षा: COP में मिली 1-स्टार रेटिंग
- अंक: 10.55/49
- खामियां:
- ISOFIX माउंट्स का अभाव, जिससे चाइल्ड सीट सुरक्षित नहीं हो पाती।
- फ्रंट इम्पैक्ट: 3 साल के डमी का सिर वाहन के अंदरूनी हिस्सों से टकराया।
- साइड इम्पैक्ट: 18 महीने के डमी का सिर पूरी तरह एक्सपोज पाया गया।
भारतीय कारों की सुरक्षा में सुधार हुआ है, लेकिन सिट्रोएन eC3 जैसे उदाहरण यह याद दिलाते हैं कि सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाना चाहिए। ग्राहकों को कार खरीदते समय सेफ्टी रेटिंग पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
अब भारत में Bharat NCAP की शुरुआत हो चुकी है, जो भारतीय बाजार के लिए कारों की सुरक्षा का आकलन करेगा। उम्मीद है कि इससे कार निर्माता अपनी गाड़ियों की सुरक्षा में सुधार करेंगे।
सिट्रोएन eC3: Safety एक नज़र में.
सेफ्टी पैरामीटर | स्कोर | रेटिंग |
---|---|---|
अडल्ट सेफ्टी (AOP) | 20.86/34 | 0 स्टार |
चाइल्ड सेफ्टी (COP) | 10.55/49 | 1 स्टार |
ISOFIX माउंट्स | उपलब्ध नहीं | चाइल्ड सेफ्टी में कमी |
ESC | उपलब्ध नहीं | 0-स्टार का कारण |
सुरक्षा रेटिंग | 0 स्टार (अडल्ट) | 1 स्टार (चाइल्ड) |