आजकल इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) को भविष्य की सवारी माना जा रहा है—कम खर्च, पर्यावरण के लिए बेहतर, और नई तकनीक के साथ। लेकिन विजय ढींगरा के लिए एमजी मोटर्स के साथ उनका अनुभव एक बुरे सपने में बदल गया। इस कहानी में हम जानेंगे कि कैसे उनकी पहली कार ने उनके लिए परेशानी का पहाड़ खड़ा कर दिया।
शुरुआत अच्छी थी, लेकिन कुछ ही हफ्तों में बदल गई तस्वीर
सितंबर में विजय ने अपनी पहली कार MG ZS EV खरीदी थी। नई कार लेने की खुशी अलग ही होती है। लेकिन एक महीने बाद ही, अक्टूबर में, उनकी कार ने “Vehicle Control System Fault” दिखाना शुरू कर दिया और ऑफिस पार्किंग में ही बंद हो गई। फिर कार को बेंगलुरु के MG सर्विस सेंटर में टो कर के ले जाया गया।
104+ दिनों तक कार सर्विस सेंटर में फंसी रही
अब 104 दिन से ज्यादा हो गए, और विजय की कार सर्विस सेंटर में ही पड़ी है। लेकिन एमजी मोटर्स ने उनकी मदद करने की बजाय उन्हें परेशान ही किया।
- 30 दिन तक पता ही नहीं चला क्या समस्या है – एमजी की टीम ने पूरे एक महीने तक समस्या का कोई हल नहीं निकाला।
- बैटरी में पानी का बहाना – फिर उन्होंने कहा कि बैटरी में पानी चला गया है और ₹13 लाख की नई बैटरी लगवाने को कहा।
- वारंटी भी नहीं मानी – विजय की कार पर 8 साल की बैटरी वारंटी थी, लेकिन एमजी ने बिना कोई रिपोर्ट दिए वारंटी रद्द कर दी।
- अस्थायी मरम्मत का दावा – महीनों बाद एमजी ने अचानक कहा कि कार अब ठीक है, लेकिन ये अस्थायी समाधान है।
- सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं – सर्विस सेंटर के एक कर्मचारी ने विजय से कहा कि “कार चलाते वक्त फट भी सकती है”, लेकिन फिर भी एमजी ने कोई जिम्मेदारी नहीं ली।
- कस्टमर सर्विस का हाल बेहाल – 50+ ईमेल और कई फोन कॉल्स के बावजूद एमजी ने कोई ठोस जवाब नहीं दिया।

पहली कार का सपना टूटा, भरोसा भी गया
विजय के लिए ये कार सिर्फ एक वाहन नहीं थी, बल्कि उनकी मेहनत और सपनों का नतीजा थी। उन्होंने पर्यावरण के बारे में सोचते हुए और नई तकनीक को अपनाने के लिए EV चुनी, लेकिन अब उनके पास एक बेकार और खतरनाक कार है, और कंपनी ने उनसे पूरा मुंह मोड़ लिया।
सबसे दुख की बात ये है कि विजय अकेले नहीं हैं। कई और एमजी कार मालिकों ने भी ऐसे ही वारंटी न मिलने और खराब सर्विस के किस्से शेयर किए हैं।
एमजी मोटर्स से क्या गलत हुआ?
- कोई रिपोर्ट नहीं दी – विजय के बार-बार पूछने के बावजूद एमजी ने कोई डायग्नोस्टिक रिपोर्ट नहीं दी।
- वारंटी अचानक रद्द कर दी – बिना किसी ठोस वजह के 8 साल की बैटरी वारंटी खत्म कर दी गई।
- कार की सुरक्षा से पल्ला झाड़ा – संभावित धमाके की बात कहने के बावजूद कोई समाधान नहीं दिया।
- बेहद खराब कस्टमर सर्विस – इतने सारे ईमेल और कॉल्स के बावजूद विजय को कोई मदद नहीं मिली।
- कई और ग्राहक भी परेशान – एमजी के कई ग्राहक ऐसी ही समस्याओं से जूझ रहे हैं।
क्या एमजी की EV खरीदना सही रहेगा?
विजय का अनुभव भारत में EV खरीदने वालों के लिए एक चेतावनी है। इलेक्ट्रिक गाड़ियों में निवेश करने से पहले यह देखना जरूरी है कि कंपनी की आफ्टर-सेल्स सर्विस कैसी है, और क्या वो अपनी वारंटी और गाड़ियों की गुणवत्ता पर भरोसा देती है।
अगर एक कंपनी अपने ग्राहकों के साथ इस तरह का व्यवहार करती है, तो सवाल उठता है—क्या आप ऐसी कंपनी पर भरोसा कर सकते हैं?




