India Post Payments Bank (IPPB) को 2026 के मार्च तक शेयर बाजार में लिस्ट होना जरूरी है, क्योंकि यह भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की लाइसेंसिंग शर्तों में शामिल है। इसके तहत सरकार अब IPPB में अपनी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी कर रही है।
सरकार कितनी हिस्सेदारी बेचेगी?
IPPB फिलहाल डाक विभाग (Department of Post) के तहत काम करता है और इसकी 100% हिस्सेदारी केंद्र सरकार के पास है। लेकिन अब यह चर्चा हो रही है कि सरकार कितनी हिस्सेदारी बेचेगी और निवेशकों को मौका कैसे मिलेगा।
IPO की जरूरत क्यों?
✅ RBI के नियमों के अनुसार, किसी भी पेमेंट बैंक को ₹500 करोड़ की नेटवर्थ हासिल करने के तीन साल के भीतर शेयर बाजार में लिस्ट होना पड़ता है।
✅ IPPB ने यह लक्ष्य हासिल कर लिया है, इसलिए इसे मार्च 2026 से पहले IPO लाना जरूरी है।
✅ IPPB की आगे की योजना छोटे फाइनेंस बैंक (Small Finance Bank – SFB) बनने की है, जिसके लिए उसे RBI से नया लाइसेंस लेना होगा।
IPPB का विस्तार और उपलब्धियां
✅ 112 मिलियन से अधिक खाते खोले जा चुके हैं।
✅ 2024 में ही 26.8 मिलियन नए अकाउंट खोले गए, जिनमें से 59% खाते महिलाओं के हैं।
✅ तीन-चौथाई (75%) से अधिक खाते ग्रामीण भारत में खोले गए हैं।
✅ पूरे देश में 649 बैंकिंग आउटलेट्स और एक मुख्य शाखा है।
✅ हर डाकिया और ग्रामीण डाक सेवक बैंक का बिजनेस कॉरस्पॉन्डेंट है, जिससे बैंकिंग सेवाएं दूरदराज के इलाकों तक पहुंच रही हैं।

IPPB कैसे काम करता है?
📌 पेमेंट बैंक होने के कारण यह बचत और चालू खाते खोल सकता है।
📌 ग्राहकों को सीधे कर्ज नहीं दे सकता, लेकिन थर्ड-पार्टी के माध्यम से लोन उपलब्ध कराने में मदद करता है।
📌 डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए सरकार की सब्सिडी और योजनाओं का पैसा सीधे लोगों के खातों में भेजता है।
📌 ₹2 लाख से ज्यादा की जमा राशि रखने की अनुमति नहीं होती, जिससे इसकी बैंकिंग सेवाएं सीमित हैं।
Fino Payments Bank की तरह होगा IPPB का IPO?
Fino Payments Bank फिलहाल एकमात्र पेमेंट बैंक है जो शेयर बाजार में लिस्टेड है और उसने छोटे फाइनेंस बैंक का लाइसेंस भी अप्लाई कर दिया है।
अब IPPB भी इसी रास्ते पर बढ़ रहा है और IPO के जरिए बड़े निवेशकों को आकर्षित करने की योजना बना रहा है।
क्या होगा IPPB के IPO के बाद?
💰 निवेशकों को सरकार की हिस्सेदारी खरीदने का मौका मिलेगा।
🏦 IPPB को छोटे फाइनेंस बैंक का लाइसेंस मिलने की संभावना बढ़ेगी।
📈 बैंक अपने उत्पादों को बढ़ाकर लोन और अन्य फाइनेंशियल सेवाएं भी दे सकेगा।
IPPB का IPO भारत के बैंकिंग सेक्टर के लिए बड़ा बदलाव ला सकता है। ग्रामीण इलाकों तक बैंकिंग सेवाएं पहुंचाने वाला यह बैंक अब खुद को और मजबूत बनाने की राह पर है। अगर यह छोटे फाइनेंस बैंक में बदला जाता है, तो भविष्य में यह और ज्यादा फाइनेंशियल सर्विसेज देने में सक्षम होगा।




