अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अपनी ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति को दोहराते हुए Taiwan Semiconductor Manufacturing Company (TSMC) को साफ-साफ शब्दों में चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर TSMC अमेरिका में अपने सेमीकंडक्टर प्लांट्स नहीं बनाती, तो कंपनी पर 100% तक का टैक्स लगाया जाएगा।
ट्रंप मंगलवार को रिपब्लिकन नेशनल कांग्रेसनल कमेटी के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडेन की नीतियों पर जमकर निशाना साधा, खासकर उस $6.6 बिलियन (करीब ₹55,000 करोड़) की ग्रांट पर जो बाइडेन सरकार ने TSMC की अमेरिकी यूनिट को दी है।

🔴 ट्रंप का सवाल: “इतनी बड़ी कंपनियों को पैसों की ज़रूरत क्यों?”
ट्रंप ने कहा,
“ये कंपनियां पहले से ही अरबों डॉलर कमा रही हैं। इन्हें टैक्सपेयर्स के पैसे से मदद देने की कोई ज़रूरत नहीं है।”
उन्होंने साफ किया कि जो कंपनियां अमेरिका में निर्माण करेंगी, वही टैक्स में छूट और सरकारी मदद की हकदार होंगी। बाकी कंपनियों पर भारी टैक्स लगेगा।
🔍 TSMC क्यों है इतनी अहम?
TSMC दुनिया की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट चिप निर्माता है। इसके चिप्स का इस्तेमाल मोबाइल, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कंप्यूटर और यहां तक कि रक्षा उपकरणों में भी होता है।
अमेरिका, चीन से बढ़ते टेक्नोलॉजी संघर्ष और चिप सप्लाई की वैश्विक चुनौतियों के चलते चाहता है कि कंपनियां अमेरिका में चिप निर्माण करें। इसी रणनीति के तहत बाइडेन सरकार ने TSMC को फिनिक्स, एरिज़ोना में फैक्ट्री लगाने के लिए 6.6 अरब डॉलर की मदद दी है।
लेकिन ट्रंप इसे “फालतू की सब्सिडी” मानते हैं।




