UAE में रहने वाले भारतीय प्रवासियों ने गुरुवार को अहमदाबाद में भीषण विमान हादसे में में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दर्दनाक हादसे में विमान में सवार 241 लोगों की जान चली गई . वहीं जिस मेडिकल हॉस्टल पर विमान गिरा उस वक्त खाना खा रहे कई मेडिकल स्टूडेंट्स और डॉक्टरों की मौत हो गई और कई लोग बुरी तरह घायल हो गए.
हादसे में जान गंवाने वालों के लिए 1 मिनट का मौन
दुबई स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास में आगामी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए आयोजित एक कर्टन-रेजर कार्यक्रम के दौरान, उपस्थित जनसमूह ने हादसे में जान गंवाने वालों की स्मृति में एक मिनट का मौन रखा. भारतीय वाणिज्य दूतावास ने इस घटना को हाल के इतिहास की सबसे विनाशकारी विमान दुर्घटनाओं में से एक बताया और पीड़ितों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की. भारतीय समुदाय के सदस्यों ने न केवल मौन श्रद्धांजलि दी, बल्कि सोशल मीडिया के माध्यम से भी एकजुटता दिखाई. दुबई, शारजाह, अबूधाबी जैसे क्षेत्रों में रह रहे प्रवासी भारतीयों ने इस घटना को “गंभीर और हृदय विदारक” बताया. एक प्रवासी ने कहा कि यह केवल एक विमान दुर्घटना नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय शोक है, जिसे हम सभी प्रवासी भारतीय दिल से महसूस कर रहे हैं.

कार्यक्रम का नेतृत्व दुबई में भारत के कॉन्सुल जनरल सतीश कुमार सिवन ने किया
अहमदाबाद में हुई भयावह विमान दुर्घटना के पीड़ितों को गुरुवार को दुबई स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास में एक भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इस कार्यक्रम का नेतृत्व दुबई में भारत के कॉन्सुल जनरल सतीश कुमार सिवन ने किया. इस मौके पर भारतीय समुदाय के प्रमुख नेता, योग प्रशिक्षक और मीडिया प्रतिनिधि भी मौजूद थे. सभी ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए दुर्घटना में प्रभावित परिवारों के प्रति एकजुटता दिखाई. कार्यक्रम के दौरान एक मिनट का मौन रखकर मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई और उनके परिजनों की मानसिक शक्ति की कामना की गई. कॉन्सुल जनरल सतीश कुमार सिवन ने कहा यह एक राष्ट्रीय त्रासदी है, और हम यूएई में बसे भारतीय नागरिकों की ओर से शोक-संतप्त परिवारों के साथ खड़े हैं.
मानवता के लिए दुखद क्षण
दुबई में भारतीय वाणिज्य दूतावास द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि सभा के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कॉन्सुल जनरल सतीश कुमार सिवन ने कहा हमने हाल ही में एक बेहद हृदयविदारक विमान दुर्घटना देखी है. यह केवल भारतीयों के लिए नहीं, बल्कि पूरी मानवता के लिए एक बेहद दुखद क्षण है.
उन्होंने आगे कहा हम उन सभी लोगों का धन्यवाद करते हैं जिन्होंने आज यहां आकर मृत आत्माओं की शांति के लिए एक मिनट का मौन रखा. यह समय है जब हमें एकजुट होकर प्रार्थना करनी चाहिए और पीड़ित परिवारों के साथ सहानुभूति प्रकट करनी चाहिए.




