खाड़ी (Gulf) देशों का पर्यटन सिर्फ शॉपिंग स्प्री और बीचफ्रंट छुट्टियों तक ही सीमित है? अब ऐसा नहीं है। यूएई, सऊदी अरब और कतर जैसे देशों से आने वाले नए दौर के यात्री इस सोच को बदल रहे हैं — अब उन्हें केवल लग्ज़री और आराम नहीं, बल्कि ऐसे अनुभव चाहिए जो भावनात्मक और सांस्कृतिक रूप से गहरे हों।
यही फोकस है PwC मिडिल ईस्ट और वैश्विक ट्रैवल इंटेलिजेंस फर्म Mabrian Technologies की एक नई टूरिज़्म रिपोर्ट का। रिपोर्ट का शीर्षक है “Stay Play Shop: Shaping Integrated Destinations for Connected Visitor Experiences”
(“रुकिए, आनंद लीजिए, खरीदारी कीजिए: यात्रियों के लिए जुड़ाव वाले अनुभवों वाले समेकित डेस्टिनेशन का निर्माण”)।
रिपोर्ट पर्यटन नीति निर्माताओं से आग्रह करती है कि वे शहरों की योजना और प्रचार के तरीकों को फिर से सोचें। PwC मिडिल ईस्ट में डेस्टिनेशन कंसल्टिंग के लीड पार्टनर निकोलस मेयर ने कहा, आज के यात्री ऐसे डेस्टिनेशन चाहते हैं जो उन्हें जुड़ाव, लचीलापन और उद्देश्य का अहसास कराएं। ‘Stay Play Shop’ सिर्फ एक नारा नहीं है, बल्कि एक ढांचा है जो यात्रियों के व्यवहार को शहरों की असली पहचान और निर्माण से जोड़ता है।”
पर्यटन में नया बदलाव: खाड़ी देशों में अब संस्कृति और अनुभव बन रहे हैं प्रमुख कारण
कतर, यूएई और सऊदी अरब जैसे खाड़ी देशों में अब यात्रियों की प्राथमिकताएं तेज़ी से बदल रही हैं। अब शॉपिंग या लग्ज़री स्टे नहीं, बल्कि सांस्कृतिक अनुभव लोगों को सबसे ज़्यादा आकर्षित कर रहे हैं।
आंकड़ों पर नज़र डालें:
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कतर में 28.5% पर्यटकों ने सांस्कृतिक अनुभव को अपनी यात्रा का मुख्य कारण बताया।
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यूएई में यह आंकड़ा 26.6% है।
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सऊदी अरब में 24.5% यात्रियों की पहली पसंद भी संस्कृति से जुड़ा अनुभव है।
यह बदलाव PwC मिडिल ईस्ट और Mabrian Technologies की रिपोर्ट में सामने आया है, जो खाड़ी पर्यटन के बदलते स्वरूप को दर्शाता है।
ये हैं उभरते हुए चार नए प्रकार के यात्री:
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संस्कृति प्रेमी (Culture Seeker):
संग्रहालयों, विरासत स्थलों और स्थानीय कहानियों की तलाश में रहते हैं। -
पारिवारिक खोजकर्ता (Regional Family Explorer):
पूरे परिवार के साथ लचीलापन और सुविधा भरी यात्रा की चाह रखते हैं। -
वेलनेस वीकेंडर (Wellness-minded Weekender):
शांति, प्रकृति और देखभाल के अनुभव चाहते हैं – मानसिक और शारीरिक आराम के लिए। -
मिक्स ट्रैवलर (Blended-purpose Voyager):
काम, छुट्टी और व्यक्तिगत विकास – सब कुछ एक ही यात्रा में जोड़ते हैं।
रहने के तरीकों में भी बदलाव:
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सऊदी अरब में शॉर्ट-टर्म रेंटल (जैसे विला, अपार्टमेंट) की मांग तेज़ी से बढ़ी है।
🔹 फैमिली बुकिंग्स में 90% की वृद्धि
🔹 ग्रुप स्टे में 60% की बढ़त -
कतर में होटल अपार्टमेंट्स की लोकप्रियता बढ़ रही है।
🔹 होटल अपार्टमेंट्स की ऑक्यूपेंसी दर 74.6% तक पहुंच चुकी है — जो दर्शाता है कि यात्री अब अधिक लचीले और लंबे स्टे चाहते हैं।
अब यात्रा एक अनुभव है, सिर्फ गंतव्य नहीं: PwC की रिपोर्ट में नया दृष्टिकोण
“आज की यात्रा बहुआयामी हो चुकी है — लोग एक ही यात्रा में काम, छुट्टियां और जीवनशैली को मिला रहे हैं,” ऐसा कहना है PwC में डेस्टिनेशन कंसल्टिंग पार्टनर फिलिप नज्जार का। वे कहते हैं, “पर्यटन नीति निर्माताओं को अब सिर्फ यह नहीं सोचना चाहिए कि लोग कहाँ जा रहे हैं, बल्कि यह भी समझना चाहिए कि वे उन जगहों से कितना गहराई से जुड़ रहे हैं।”
खाड़ी देशों के पर्यटन गंतव्यों को कैसे ढलना होगा इस बदलाव में?
PwC और Mabrian Technologies की रिपोर्ट के अनुसार, खाड़ी देशों को पर्यटन विकास की पुरानी सोच से बाहर निकलना होगा, जैसे:
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केवल बड़े मॉल या रिटेल ज़ोन बनाना
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अलग-थलग रिसॉर्ट्स पर ध्यान केंद्रित करना
इसके बजाय ज़रूरत है एक एकीकृत अनुभव यात्रा (integrated visitor journey) की, जिसमें शामिल हों:
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स्थानीय ठहराव (Stay)
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सांस्कृतिक गतिविधियां
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फेस्टिवल और इवेंट्स
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रिटेल अनुभव
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गहराई से जुड़े व्यक्तिगत और सामूहिक अनुभव
सफलता सिर्फ इन्फ्रास्ट्रक्चर से नहीं आएगी
Mabrian Technologies की वाइस प्रेसिडेंट सलाहकार सोनिया हुआर्टा कहती हैं: “मजबूत पब्लिक-प्राइवेट साझेदारी (Public-Private Partnerships) बेहद ज़रूरी है। इसमें DMO (Destination Management Organisations), होटल व्यवसायी, टूर ऑपरेटर और रिटेलर्स सभी को मिलकर काम करना होगा — ताकि पर्यटकों की भावनाओं और संतुष्टि को लगातार मॉनिटर किया जा सके।”
वे जोड़ती हैं, “इस क्षेत्र में इन पहलुओं को बेहतर करने की अपार संभावनाएं हैं — और इनसे मिलने वाला लाभ उससे भी कहीं अधिक हो सकता है।”




