कतर ने घोषणा की है कि उसने जर्मनी में रह रहे अफगान नागरिकों के दूसरे समूह की अफगानिस्तान वापसी में सहायता की है। यह पहल अफगानिस्तान और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच संवाद और सहयोग बढ़ाने की कतर की कोशिशों का हिस्सा है।
कतर के विदेश मंत्रालय ने बताया कि यह दूसरा समूह 81 अफगान नागरिकों का था। इस वापसी के पीछे कतर की मजबूत कूटनीतिक और लॉजिस्टिक (व्यवस्था संबंधी) कोशिशें थीं, जो दोहा में कई बैठकों के माध्यम से हुईं। इनका उद्देश्य यह था कि वापसी सुरक्षित और सम्मानजनक तरीके से हो, और लौटने वालों को फिर से समाज में बसने के लिए ज़रूरी मदद दी जाए। मंत्रालय ने यह भी कहा कि यह पहल पहले समूह (28 लोगों) की सफल वापसी के बाद की गई है, और इससे यह दिखता है कि यह प्रयास सफल और स्थायी है।
विदेश मंत्रालय के राज्य मंत्री डॉ. मोहम्मद बिन अब्दुलअज़ीज़ अल-खुलैफ़ी ने कहा कि इस योजना को आगे भी सफल बनाए रखने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है। यह टीम वापसी के बाद लोगों की स्थिति की निगरानी करेगी, पुनर्वास (री-इंटीग्रेशन) में मदद करेगी और सभी संबंधित पक्षों के बीच समन्वय बनाए रखेगी।
उन्होंने यह भी दोहराया कि कतर अफगानिस्तान की मानवीय स्थिति को बेहतर बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ मिलकर लगातार प्रयास करता रहेगा। यह सब कतर की शांतिपूर्ण और संवाद आधारित विदेश नीति का हिस्सा है। अंत में उन्होंने अफगान कार्यवाहक सरकार और जर्मनी को इस प्रक्रिया में विश्वास और तेज़ सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।




