रियाद पुलिस ने सोशल मीडिया पर फर्जी किराये की स्कीम चलाने वाले पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें चार सीरियाई नागरिक और एक सऊदी नागरिक शामिल हैं। इन लोगों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर झूठे विज्ञापन डालकर मकान किराए पर देने का दावा किया, और फिर लोगों से रकम एडवांस में मंगवाई, जबकि असल में ऐसे कोई मकान थे ही नहीं।
जांच में सामने आया कि ये गिरोह सऊदी अरब से बाहर बैठे साथियों की मदद से ऑपरेट कर रहा था। पीड़ितों ने पुलिस से शिकायत की कि उन्होंने रेंटल डिपॉजिट के लिए पैसे ट्रांसफर कर दिए थे, लेकिन बाद में उन्हें पता चला कि मकान या तो अस्तित्व में ही नहीं था या किराए के लिए उपलब्ध नहीं था।
पुलिस ने आरोपियों को गिरफ़्तार कर जन अभियोजन कार्यालय (Public Prosecution) को सौंप दिया है। अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि ऑनलाइन रेंटल ऑफर को अच्छी तरह से सत्यापित करें और केवल आधिकारिक स्रोतों पर ही भरोसा करें।




