एयर इंडिया ने सोमवार को घोषणा की कि वह दिल्ली और अमेरिकी राजधानी वाशिंगटन के बीच अपनी वाणिज्यिक उड़ानें बंद करने जा रही है। कंपनी ने इसके पीछे “संचालन संबंधी कई कारणों” का हवाला दिया है। टाटा ग्रुप के स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने कहा कि विमानों की कमी और पाकिस्तान द्वारा अपने वायुक्षेत्र को बंद करने का निर्णय इस रूट को रद्द करने के प्रमुख कारण हैं।
एयरलाइन ने बताया कि पिछले महीने से उसने अपने 26 बोइंग 787-8 विमानों का रेट्रोफिटिंग कार्यक्रम शुरू किया है। इस व्यापक उन्नयन परियोजना का उद्देश्य यात्री अनुभव को बेहतर बनाना है, लेकिन इसके चलते कई विमान लंबे समय तक सेवा से बाहर रहेंगे और यह स्थिति कम से कम 2026 के अंत तक बनी रहेगी। पाकिस्तान के वायुक्षेत्र बंद होने से उड़ानों की योजना प्रभावित हुई है, जिससे रूट लंबा हो गया और संचालन की जटिलताएं बढ़ गई हैं। अप्रैल से भारतीय एयरलाइनों को लंबी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों और अधिक ईंधन लागत का सामना करना पड़ रहा है।
एयर इंडिया ने कहा कि जिन यात्रियों की उड़ानें रद्द की गई हैं, उनसे संपर्क कर वैकल्पिक व्यवस्था दी जाएगी। एयरलाइन 1 सितंबर से दिल्ली-वाशिंगटन मार्ग पर उड़ानें निलंबित कर देगी। वर्तमान में एयर इंडिया के पास 300 से अधिक विमान हैं और यह 55 घरेलू व 48 अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों पर सेवाएं देती है।
जून में एयर इंडिया की अहमदाबाद से उड़ान भरने वाली फ्लाइट AI 171 दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें 241 लोगों की मौत हुई थी। जांच रिपोर्ट के अनुसार, ईंधन नियंत्रण स्विच बंद होने से इंजन का थ्रस्ट खत्म हो गया, जिससे यह हादसा हुआ।




