कोटक महिंद्रा (इंटरनेशनल) लिमिटेड (KMIL) ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। कंपनी को यूएई की सिक्योरिटीज़ एंड कमोडिटीज़ अथॉरिटी (SCA) से इन्वेस्टमेंट फंड मैनेजमेंट और पोर्टफोलियो मैनेजमेंट की गतिविधियां चलाने की मंजूरी मिल गई है। यह लाइसेंस पाने वाली पहली भारतीय कंपनी बनने का गौरव KMIL को मिला है। यह कदम न केवल भारत और यूएई के बीच वित्तीय सहयोग को मजबूत करेगा, बल्कि सीमा पार निवेश सेवाओं के नए अवसर भी खोलेगा। इस मंजूरी के बाद कंपनी अब यूएई में रिटेल निवेशकों के लिए खासतौर पर यूएई-डोमिसाइल्ड फंड्स लॉन्च कर सकेगी, जिससे निवेशकों को भारत-केंद्रित निवेश रणनीतियों में भाग लेने का मौका मिलेगा।
इस उपलब्धि पर KMIL के प्रेसिडेंट और हेड, श्याम कुमार ने कहा कि यह लाइसेंस कंपनी की यूएई के प्रति लंबे समय से चली आ रही प्रतिबद्धता का सबूत है और इसका मकसद है निवेशकों को पारदर्शी और वैश्विक स्तर पर जुड़े कैपिटल मार्केट्स तक पहुंच उपलब्ध कराना। उन्होंने बताया कि भारत की तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था पूरी दुनिया को आकर्षित कर रही है और अब यूएई के निवेशक भी भारत की इस वृद्धि यात्रा का हिस्सा बन सकेंगे।
कंपनी की योजना है कि CY2025 की आखिरी तिमाही तक ये नए फंड्स लॉन्च कर दिए जायेंगे। ये फंड्स उनके पहले से सफल UCITS (लक्ज़मबर्ग-आधारित) और इंडिया-डोमिसाइल्ड स्ट्रेटेजीज़ से जुड़े होंगे। इस तरह, कोटक ग्रुप अपनी वैश्विक मौजूदगी और भी मज़बूत करेगा। भारत, अमेरिका, ब्रिटेन, सिंगापुर, मॉरीशस और अब यूएई में रेगुलेटरी अप्रूवल के साथ कोटक लगातार अंतरराष्ट्रीय निवेश जगत में अपनी पकड़ मज़बूत कर रहा है।




