सऊदी अरब में कॉफी का चलन तेजी से बढ़ रहा है, जिससे यह देश दुनिया के सबसे कैफीनयुक्त समाजों में शामिल हो गया है। सऊदी रेस्टोरेंट्स एंड कैफे एसोसिएशन के अनुसार, यहां रोजाना लगभग 36 मिलियन (3 करोड़ 60 लाख) कप कॉफी पी जाती है और यह बाजार $1.3 से $1.9 बिलियन सालाना मूल्य का है।
सऊदी में 61 हजार कैफे लाइसेंस जारी
युवाओं की बढ़ती आबादी: लगभग 70% सऊदी 35 साल से कम उम्र के हैं। कैफे संस्कृति का विस्तार: अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स से लेकर स्थानीय ब्रांड्स तक कैफे तेजी से खुल रहे हैं। 61,000 कैफे लाइसेंस जारी किए जा चुके हैं, जिनमें 27,000 पारंपरिक पड़ोस कैफे हैं।
वैश्विक तुलना
-
फिनलैंड: 4–5 कप प्रति व्यक्ति रोजाना, कॉफी ब्रेक कानूनी रूप से अनिवार्य।
-
अमेरिका: लगभग 517 मिलियन कप रोजाना, औसतन 3 कप प्रति वयस्क।
-
सऊदी अरब: 36 मिलियन कप रोजाना, यानी औसतन 1–1.5 कप प्रति व्यक्ति।
घरेलू उत्पादन और निवेश
सऊदी कॉफी कंपनी ने अगले दशक में 5 मिलियन कॉफी पेड़ लगाने और उत्पादन को 800 टन से बढ़ाकर 10,000 टन करने का लक्ष्य रखा है। यह पहल सऊदी अरब को क्षेत्रीय और वैश्विक कॉफी मार्केट में प्रमुख भूमिका दिलाने की दिशा में है।
सांस्कृतिक बदलाव
कैफे अब सिर्फ कॉफी पीने की जगह नहीं हैं; वे सामाजिक हब, कला प्रदर्शनियों, पुस्तक पाठ और व्यवसायिक बैठकों का केंद्र बन गए हैं। स्थानीय ब्रांड्स जैसे Barnes, Kyan और Dr. Café तेजी से फैल रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स के मुकाबले मजबूत स्थिति बना रहे हैं।
अब सऊदी अरब में कॉफी सिर्फ एक पेय नहीं, बल्कि जीवनशैली और सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा बन गई है। देश अब केवल उपभोक्ता नहीं बल्कि उत्पादक और वैश्विक बाजार में आवाज़ रखने वाला खिलाड़ी बनने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।




