दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (DXB), जो दुनिया का सबसे व्यस्त अंतरराष्ट्रीय हब है। इस एयरपोर्ट ने दुनिया का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित पैसेंजर कॉरिडोर लॉन्च किया है। इस तकनीक से यात्रियों को अब पारंपरिक पासपोर्ट कंट्रोल से होकर नहीं गुजरना पड़ेगा।
इस स्मार्ट ट्रैवल सिस्टम को जनरल डायरेक्टरेट ऑफ आइडेंटिटी एंड फॉरेनर्स अफेयर्स, दुबई ने विकसित किया है। इसका उद्घाटन लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अहमद अल मरी ने किया और इसे एविएशन सेक्टर में एक ऐतिहासिक कदम बताया।
एमिरेट्स यात्रियों के लिए तेज़ क्लियरेंस
यह सुविधा फिलहाल एमिरेट्स एयरलाइन (EK) के यात्रियों के लिए उपलब्ध है। इसके तहत यात्री कुछ ही सेकंड में इमिग्रेशन पार कर सकते हैं, जबकि पारंपरिक काउंटर पर यह प्रक्रिया कई मिनट लेती है। “रेड कार्पेट” नाम से जाना जाने वाला यह कॉरिडोर बायोमेट्रिक और डिजिटल डेटा की मदद से पहचान की पुष्टि करता है। खास बात यह है कि जहां पारंपरिक काउंटर एक बार में एक ही यात्री को प्रोसेस करते हैं, वहीं यह सिस्टम एक साथ 10 यात्रियों तक को क्लियर कर सकता है।
यह तकनीक कैसे काम करती है?
यात्रियों के एयरपोर्ट पहुंचने से पहले ही सिस्टम उनके बायोमेट्रिक और डिजिटल डेटा से पहचान सुनिश्चित कर लेता है। कॉरिडोर में प्रवेश करते ही एआई उनकी पहचान की पुष्टि कर देता है। यदि किसी प्रोफ़ाइल में गड़बड़ी पाई जाती है तो उसे मैनुअल चेक के लिए भेजा जाता है। इस तरह यह सिस्टम सुरक्षा से कोई समझौता किए बिना प्रोसेसिंग कैपेसिटी कई गुना बढ़ा देता है।
यात्रियों का अनुभव
नए कॉरिडोर से गुजर चुके यात्रियों ने इसे बेहद आसान और तेज़ बताया। मोहम्मद आमेर (सीरिया) नाम के एक यात्री ने कहा कि वे अपने परिवार के साथ रिकॉर्ड समय में बिना रुके इमिग्रेशन पार कर पाए। महमूद बलू (कनाडा) के मुताबिक यह प्रक्रिया उन सभी एयरपोर्ट्स से बेहतर और सहज थी जहां वे पहले गए थे। अली अब्दुल्ला अल शेरावी (यूएई) ने कहा कि सिंगापुर चांगी, टोक्यो नरिता और लंदन हीथ्रो जैसे प्रमुख एयरपोर्ट भी दुबई की इस तकनीक की बराबरी नहीं कर पाए हैं।
हालांकि लंदन हीथ्रो (LHR) और न्यूयॉर्क JFK एयरपोर्ट पर ऑटोमेटेड लेन का ट्रायल हो चुका है, लेकिन दुबई का एआई कॉरिडोर दुनिया का पहला पूरी तरह से इंटीग्रेटेड और ऑपरेशनल सिस्टम है।
व्यापक दृष्टिकोण
अधिकारियों का कहना है कि यह पहल यूएई की डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और स्मार्ट गवर्नमेंट सर्विसेज की महत्वाकांक्षा का हिस्सा है। इस तकनीक से दुबई एयरपोर्ट अतिरिक्त भौतिक ढांचा बढ़ाए बिना यात्रियों की प्रोसेसिंग क्षमता को बढ़ा सकता है, जिससे वह दुनिया का प्रमुख एविएशन लीडर बना रहेगा।
आगे क्या?
दुबई एयरपोर्ट अब एआई-पावर्ड बैगेज स्क्रीनिंग सिस्टम का भी ट्रायल कर रहा है, ताकि सुरक्षा जांच की प्रक्रिया और तेज़ की जा सके।




