विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने बुधवार को क़तर के विदेश व्यापार मामलों के राज्यमंत्री अहमद बिन मोहम्मद अल-सैयद का भारत आगमन पर स्वागत किया। अल-सैयद एक उच्च-स्तरीय निवेश प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत पहुंचे।
एक्स (X) पर रंधीर जायसवाल ने लिखा, “भारत में हार्दिक स्वागत। क़तर के विदेश व्यापार मामलों के राज्यमंत्री डॉ. अहमद बिन मोहम्मद अल-सैयद आज भारत पहुंचे हैं, वे एक उच्च-स्तरीय निवेश प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं।”
यह यात्रा उस बयान के महीनों बाद हुई है जिसमें अल-सैयद ने इस साल फरवरी में कहा था कि क़तर भारत के साथ अपनी आर्थिक साझेदारी को परंपरागत तेल और गैस क्षेत्र से आगे बढ़ाना चाहता है और नए व्यापारिक अवसरों व निवेश पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। इस दौरे से इसी दृष्टि को आगे बढ़ाने और द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग को और मज़बूत करने की उम्मीद जताई गई।
अल-सैयद ने भारत की यात्रा पर क़तर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के दौरे को अहम बताया। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि यह दौरा दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में मज़बूत रणनीतिक साझेदारी को दर्शाता है। अल-सैयद ने कहा, “हम तेल और गैस के अलावा अन्य व्यापार क्षेत्रों को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे, जहां हम भारत के साथ मिलकर काम कर सकते हैं। हम भारतीय कारोबारियों का स्वागत कर रहे थे।”
क़तर और भारत ने कई वर्षों से ऊर्जा क्षेत्र में मज़बूत व्यापार और कारोबारी संबंध साझा किए हैं। हालांकि, बदलते वैश्विक व्यापार परिदृश्य और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व तकनीक के बढ़ते प्रभाव के साथ क़तर अब तेल और गैस से परे अपना ध्यान केंद्रित करना चाहता है।
उन्होंने कहा, “आज दुनिया व्यापार और व्यवसाय के लिहाज़ से तथा तकनीक और AI के इस्तेमाल के कारण तेज़ी से बदल रही है। हम क़तर में पेट्रोकेमिकल, तेल और गैस में निवेश जारी रखे हुए हैं। लेकिन हमारा ध्यान तेल और गैस से परे क्षेत्रों पर भी है, जहां भारत हमारे लिए अहम साझेदार हो सकता है।”
अल-सैयद ने भारतीय कारोबारियों को क़तर में निवेश अवसरों की खोज करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि क़तरी सरकार भारत के साथ आर्थिक रिश्तों को मज़बूत बनाने और विभिन्न क्षेत्रों में और साझेदारियां बनाने पर सक्रिय रूप से काम कर रही है। उन्होंने कहा, “हम भारतीय कारोबारियों का स्वागत कर रहे थे। हम अपने कारोबारी समाज, सरकार और सार्वजनिक क्षेत्र को प्रोत्साहित कर रहे थे कि वे भारत में अधिक निवेश करें और अलग-अलग क्षेत्रों में और साझेदारियां बनाएं।”
दौरे को लेकर अपनी उत्सुकता व्यक्त करते हुए अल-सैयद ने कहा कि वे भारत और क़तर के बीच आर्थिक रिश्तों को और गहरा करने के लिए उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, “भारत आकर मुझे बेहद खुशी और संतोष हुआ और मैं इस साझेदारी को अगले स्तर तक ले जाने का इंतज़ार कर रहा हूं।”
क़तर लंबे समय से भारत का खाड़ी क्षेत्र में एक अहम साझेदार रहा है। दोनों देश व्यापार और निवेश सहयोग में लगातार जुड़े रहे हैं। क़तर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी की यह यात्रा दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को और गति देने और नए कारोबारी अवसर खोलने की दिशा में अहम मानी जा रही है।
अमीर का यह भारत दौरा फरवरी में दो दिन का राजकीय दौरा था। वे अपने साथ मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों और व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल को लेकर आए थे। इससे पहले वे मार्च 2015 में भी भारत आए थे।



