यूएई पहली बार आईएमडी वर्ल्ड टैलेंट रैंकिंग में टॉप-10 में शामिल हुआ है। सरकार की टैलेंट-फ्रेंडली नीतियों ने इसे दुनिया के पेशेवरों के लिए और आकर्षक बना दिया है। 2025 की रिपोर्ट में यूएई आठ स्थान ऊपर चढ़कर 69 देशों में से नौवें स्थान पर पहुंच गया और 77.86 स्कोर हासिल किया। यह पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र की अगुवाई कर रहा है, जो इस साल दुनिया का सबसे तेज़ी से बढ़ता हुआ क्षेत्र रहा।
आईएमडी के मुताबिक यूएई की बढ़त का सबसे बड़ा कारण टैलेंट की “मोबिलिटी” है, यानी दूसरे देशों से कुशल लोगों को आकर्षित करने और उन्हें काम के अवसर देने की क्षमता। यूएई अब स्किल्स और टैलेंट पूल के मामले में पहले स्थान पर है, फाइनेंस स्किल्स में 13वें से दूसरे स्थान पर पहुंच गया और स्किल्ड लेबर की उपलब्धता में छठे से तीसरे स्थान पर आ गया।
विशेषज्ञों का कहना है कि कंपनियां अब अपने कर्मचारियों को और बेहतर तरीके से ट्रेन कर रही हैं, जिससे टैलेंट की गुणवत्ता बढ़ी है। साथ ही, विदेशी छात्रों और उच्च-शिक्षित प्रोफेशनल्स (जैसे पीएचडी धारक) भी बड़ी संख्या में यहां आ रहे हैं। इससे निवेशकों और वैश्विक कंपनियों को भरोसा मिल रहा है कि यूएई में उन्हें जरूरी टैलेंट मिलेगा। इसके अलावा, वीज़ा सुधारों और अन्य सामाजिक-आर्थिक बदलावों ने भी यूएई को और आकर्षक बना दिया है।
स्विट्जरलैंड 100 अंकों के साथ पहले स्थान पर है, जबकि लक्ज़मबर्ग, आइसलैंड, हांगकांग और नीदरलैंड्स उसके बाद आते हैं। वहीं, ओमान (27वां), कुवैत (28वां), कतर (29वां) और सऊदी अरब (31वां) अन्य खाड़ी देश हैं। कुल मिलाकर, यूएई की यह उपलब्धि दिखाती है कि वह वैश्विक स्तर पर टैलेंट और निवेश दोनों के लिए पसंदीदा जगह बन चुका है।




