तीन साल की अवधि पर सामान्य और वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग-अलग दरें बताई गई हैं।
भारत के प्रमुख बैंकों ने अपनी FD दरों का हालिया हाल दिखाया है। यहां तीन साल की अवधि के लिए बैंकों द्वारा दी जा रही सामान्य ग्राहक और वरिष्ठ नागरिकों वाली दरों की तुलना दी गई है। यह जानकारी अभी के लागू रेट्स के आधार पर प्रस्तुत है।
बैंकों ने तीन साल की टर्म पर अलग-अलग प्रतिशत बताये हैं। कुछ बैंकों में कुछ खास मुकाबलों में अलग टेनर पर सबसे ऊंची दरें भी मिलती हैं। सामान्य तौर पर वरिष्ठ नागरिकों को थोड़ा ज्यादा ब्याज दिया जा रहा है।
इन दरों का असर FD में पैसा लगाने वाले लोगों पर पड़ेगा। छोटे से छोटा अंतर भी बड़ी रकम पर सालों में अच्छी रकम जोड़ सकता है। उदाहरण के लिए तीन साल के अंतर पर 0.50% का फर्क लाखों रुपये पर नोट करने योग्य अतिरिक्त ब्याज दे सकता है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग दरें उपलब्ध हैं, जिससे उनकी कमाई अलग होती है।
काम की डिटेल छोटी-छोटी लाइनों में: HDFC बैंक तीन साल पर सामान्य 6.45% और वरिष्ठ 6.95% देता है; ICICI तीन साल पर 6.6% सामान्य और 7.2% वरिष्ठ देता है; कोटक महिंद्रा तीन साल पर 6.4% सामान्य और 6.9% वरिष्ठ है, पर 391 दिन से दो साल से कम टेनर पर 6.7%/7.2% तक मिलती हैं; फेडरल बैंक तीन साल पर 6.7% सामान्य और 7.2% वरिष्ठ की दर देता है; SBI तीन साल पर 6.3% सामान्य और 6.8% वरिष्ठ है, लेकिन दो-तीन साल के टेनर पर 6.45%/6.95% भी दिखते हैं; कैनरा बैंक तीन साल पर 6.25% सामान्य और 6.75% वरिष्ठ देता है, 444 दिन के टेनर पर 6.5%/7% उच्च दरें हैं; यूनियन बैंक तीन साल पर 6.6% सामान्य और 7.1% वरिष्ठ देता है।
ये दरें बैंकों ने वर्तमान समय में घोषित की हुई हैं और बैंक समय-समय पर अपनी ब्याज दरें बदल सकते हैं। लागू होने की तिथियां बैंक-वार अलग हो सकती हैं और दरों में आगे परिवर्तन संभव है।
- तीन साल की FD पर बड़े बैंकों की वर्तमान दरें सूचीबद्ध हैं।
- सामान्य ग्राहकों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग-अलग प्रतिशत दिए गए हैं।
- छोटा-सा रेट का फर्क भी लंबे समय में अतिरिक्त ब्याज देता है।
- कई बैंकों में कुछ खास टेनर पर सबसे ऊंची दरें अलग मिलती हैं।
- बैंकों की ये दरें समय के साथ बदल सकती हैं।




