दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच विभागों ने संयुक्त कार्रवाई तेज कर दी है। सिर्फ आनंद विहार बस टर्मिनल क्षेत्र में दो महीनों में 10,000 से ज़्यादा चालान काटे गए, जिनमें अवैध पार्किंग में खड़ी बसें और कारें शामिल थीं।
मुख्य बातें (Highlights)
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आनंद विहार टर्मिनल क्षेत्र में दो महीनों में 10,000 चालान
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अवैध पार्किंग में खड़ी बसें और कारों पर भारी कार्रवाई
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प्रदूषण नियंत्रण को लेकर विभागों ने संयुक्त ऑपरेशन तेज किए
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शाहदरा दक्षिण ज़ोन के अधिकारी ने समीक्षा बैठक की पुष्टि की
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अगली कार्रवाई और सख्त होने के संकेत
दिल्ली NCR में लगातार बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए प्रशासन ने अवैध पार्किंग और धुएं बढ़ाने वाले वाहनों पर अभियान तेज कर दिया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, आनंद विहार बस टर्मिनल क्षेत्र में सिर्फ दो महीनों के भीतर 10,000 से ज़्यादा चालान काटे गए हैं।
इन चालानों में बड़ी संख्या में ऐसी बसें शामिल थीं, जो अवैध रूप से खड़ी थीं और लंबे समय तक इंजन चालू रखकर धुआँ फैला रही थीं। इसके अलावा कई निजी कारों पर भी कार्रवाई की गई, जो नो-पार्किंग ज़ोन में खड़ी पाई गईं।
शाहदरा दक्षिण ज़ोन के उपायुक्त बादल कुमार ने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए विभाग लगातार अभियान चला रहे हैं। अधिकारियों ने कई समीक्षा बैठकों में यह स्पष्ट किया है कि अवैध पार्किंग, बसों की कतारों और नियम तोड़ने वाले वाहनों पर अब और सख्त कदम उठाए जाएंगे।
दिल्ली का पूर्वी इलाका—खासकर आनंद विहार—प्रदूषण के लिहाज़ से सबसे संवेदनशील क्षेत्रों में आता है। यहाँ बसों की अधिक आवाजाही और अव्यवस्थित पार्किंग प्रदूषण बढ़ाने के प्रमुख कारणों में से एक मानी जाती है। इसलिए प्रशासन ने इसे “हाई-इंटेंसिटी एक्शन ज़ोन” की तरह चिन्हित किया है।
अधिकारी यह भी बता रहे हैं कि आगामी दिनों में इलेक्ट्रॉनिक मॉनिटरिंग और तैनात टीमों के ज़रिए नियंत्रित न होने वाले वाहनों पर तुरंत ई-चालान और टोइंग कार्रवाई की जाएगी।





