दिल्ली और आसपास के इलाकों में रहने वालों के लिए एक बार फिर चिंताजनक खबर है। हवा की रफ्तार कम होने के कारण राजधानी का प्रदूषण स्तर फिर से ‘अति खराब’ (Very Poor) श्रेणी में पहुंच गया है।
मुख्य बातें (Key Highlights):
-
खतरे की घंटी: दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 300 के पार दर्ज किया गया है।
-
अगले 4 दिन भारी: मौसम विभाग और CPCB के अनुसार, अगले तीन-चार दिनों तक लोगों को इस जहरीली हवा से राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं।
-
लगातार बढ़ा प्रदूषण: इस साल 14 अक्टूबर के बाद से लगातार हवा खराब बनी हुई है।
1. हवा की रफ्तार ने बढ़ाई मुसीबत: रिपोर्ट के अनुसार, हवा की गति (Wind Speed) कम होने के कारण प्रदूषण के कण वातावरण में जमा हो गए हैं। दो दिन पहले हवा की रफ्तार बढ़ने से थोड़ी राहत मिली थी और प्रदूषण ‘खराब’ श्रेणी में आया था, लेकिन अब यह वापस ‘अति खराब’ हो गया है।
2. आंकड़ों की जुबानी (CPCB डाटा – सोमवार): केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार स्थिति कुछ ऐसी रही:
-
औसत AQI: 304 अंक।
-
PM 10 का स्तर: 259 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर।
-
PM 2.5 का स्तर: 140 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर (दोपहर 2 बजे)।
3. मानसून के बाद बिगड़े हालात: इस बार मानसून अच्छा रहने के कारण जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर में हवा काफी साफ थी। लेकिन 14 अक्टूबर के बाद से स्थिति बिगड़नी शुरू हुई और अब लोगों को सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
सावधानी बरतें: चूंकि हवा ‘अति खराब’ श्रेणी में है, इसलिए बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग करें और बुजुर्गों व बच्चों का विशेष ध्यान रखें।





