मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने मशहूर यू-ट्यूबर और तथाकथित शेयर बाजार एक्सपर्ट मोहम्मद नसीरुद्दीन अंसारी, जिन्हें लोग ‘बाप ऑफ चार्ट्स’ (Baap of Charts) के नाम से जानते हैं, के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है।
नसीरुद्दीन अंसारी और उनके साथी राहुल राव पदमती (Rahul Rao Padamati) पर सेबी का करीब 18 करोड़ रुपये का बकाया है। जब ये लोग जुर्माना चुकाने में नाकाम रहे, तो अब सेबी ने वसूली (Recovery) की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
क्या है पूरा मामला? सेबी ने अपनी जांच में पाया था कि नसीरुद्दीन अंसारी बिना किसी रजिस्ट्रेशन के खुद को ‘शेयर बाजार एक्सपर्ट’ बताते थे।
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वे सोशल मीडिया पर लोगों को अपने ‘एजुकेशनल कोर्स’ (Courses) बेचते थे।
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वे लोगों को भरोसा दिलाते थे कि अगर उनके बताए तरीके से पैसा लगाया, तो ‘पक्का मुनाफा’ (Guaranteed Profit) होगा।
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2023 में सेबी ने उन्हें शेयर बाजार में काम करने से बैन (Ban) कर दिया था।

बैंक खाते पहले ही हो चुके हैं सील सेबी ने मई 2025 में इन्हें नोटिस भेजकर 15 दिन में पैसा जमा करने को कहा था, लेकिन इन्होंने पैसा नहीं दिया।
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इसके बाद जुलाई और अगस्त 2025 में सेबी ने इनके बैंक अकाउंट, लॉकर और डीमैट अकाउंट सीज (Attach) कर दिए थे।
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म्यूचुअल फंड कंपनियों को भी आदेश दिया गया था कि इनके निवेश को बेचकर पैसा सेबी को भेजा जाए।
अब प्रॉपर्टी बेचने पर लगी रोक सोमवार को जारी नए आदेश में सेबी ने कहा कि इनके बैंक खातों में इतना पैसा नहीं है कि 18 करोड़ की भरपाई हो सके।
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इसलिए, अब सेबी ने नसीरुद्दीन अंसारी, राहुल राव और उनकी कंपनी ‘गोल्डन सिंडिकेट वेंचर्स’ को अपनी चल और अचल संपत्ति (पॉपर्टी) बेचने, गिरवी रखने या ट्रांसफर करने पर रोक लगा दी है।
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राहुल राव को कोर्ट (SAT) ने 1.20 करोड़ रुपये जमा करने का आदेश दिया था, लेकिन उन्होंने वह भी नहीं माना। अब सेबी इनकी संपत्ति बेचकर पैसों की वसूली करेगा।
निवेशकों के लिए सबक: सेबी की यह कार्रवाई उन सभी लोगों के लिए एक चेतावनी है जो सोशल मीडिया पर ‘फर्जी एक्सपर्ट्स’ के बहकावे में आकर अपनी मेहनत की कमाई लगा देते हैं।




