विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के तकनीकी सलाहकार समूह (टीएजी) ने कोवैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल के लिए स्वीकृत सूची (ईयूएल) में शामिल करने पर विचार करने के लिए भारत बायोटेक से अतिरिक्त जानकारी मांगी है। सलाहकार समूह कोवैक्सीन से जोखिम और लाभ का आकलन कर रहा है। कोवैक्सीन के मसले पर विचार करने के लिए अब सलाहकार समूह की तीन नवंबर को बैठक होगी।
हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने ईयूएल के लिए 19 अप्रैल को डब्ल्यूएचओ के समक्ष आवेदन किया था। कोवैक्सीन को कोरोना के खिलाफ 77.8 प्रतिशत और डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ 65.2 प्रतिशत प्रभावी पाया गया है। जून में कंपनी ने कहा था कि उसने तीसरे चरण के नतीजों के अंतिम आंकलन का काम पूरा कर लिया है। कोवैक्सीन को ईयूएल में शामिल करने पर विचार करने के लिए मंगलवार को टीएजी की बैठक हुई थी।
विदेशों की यात्रा करने वाले अभी तक इस टिके को लेने के बावजूद प्रतिबंधो का सामना कर रहे हैं. यात्राओं पर प्रतिबंध इस टिके को लेने वाले पर अभी भी लागू हैं क्यूँकि WHO ने इस टिके को मंज़ूरी नही दिया हैं.
इसके वजह से.
ऐसे टिका धारकों को समान्य श्रेणी में unvaccinated माना जा रहा हैं.
टिके के बावजूद समान्य नागरिक के जैसा RT PCR टेस्ट रिपोर्ट रखना होगा.
International फ़्लाइट में अनुमती की दिक़्क़त हैं, या उतरने पर क्वॉरंटीन किया जा रहा हैं.
बड़ी संख्या में विदेशों में काम करने वाले भारतीय लोग स्वदेशी टिके लगने के बाद फँसे महसूस कर रहे हैं.