भारत जल्द ही पासपोर्ट क्षेत्र में अपने जारी किए जाने वाले पासपोर्ट को बदल देने और नए सिरे से पासपोर्ट संबंधी कार्य को ऑटोमेटिक करने के कार्य में बड़ी मुकाम छूने वाला है.
अब भारतीय पासपोर्ट रेडियो फ्रिकवेंसी आईडेंटिफिकेशन और बायोमेट्रिक से लैस होकर आधारित हो जाएंगे संजय भट्टाचार्य जो कि भारतीय विदेश मामलों के सेक्रेटरी हैं उन्होंने कहा कि यह नया इलेक्ट्रॉनिक पासपोर्ट बायोमैट्रिक डाटा के साथ अंतरराष्ट्रीय सिविल एवियशन ऑर्गेनाइजेशन के मानकों पर खरा होगा.
India 🇮🇳 to soon introduce next-gen #ePassport for citizens
– secure #biometric data
– smooth passage through #immigration posts globally
– @icao compliant
– produced at India Security Press, Nashik
– #eGovernance @passportsevamea @MEAIndia #AzadiKaAmritMahotsav pic.twitter.com/tmMjhvvb9W— Sanjay Bhattacharyya (@AmbSanjay_) January 5, 2022
पूरे पासपोर्ट में एक पासपोर्ट जैकेट होगा जिसमें इलेक्ट्रॉनिक की हुई होगी जिसमें सारे महत्वपूर्ण सिक्योरिटी से संबंधित व्यक्तिगत जानकारी उसमें इनकोडेड रहेगी जिसका प्रयोग कर इमीग्रेशन पर लोग सेकंड में अपनी इमीग्रेशन पूरी कर पाएंगे.
इस पूरे इंफ्रास्ट्रक्चर 30 को बनाने का जिम्मा टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज के पास है जो कि यह पूरा चीफ और बाकी अन्य टेक्नोलॉजी संबंधी सुविधाएं बनाएगा और इसकी प्रिंटिंग नासिक स्थित भारतीय सुरक्षा प्रेस में होगी. अगर कोई भी व्यक्ति आधारित पासपोर्ट में थोड़ी सी भी छेड़छाड़ करता है तो उसकी ऑथेंटिकेशन रुक जाएगी और इसकी पूरी जानकारी इमिग्रेशन काउंटर पर स्कैन करने के साथ ही हो जाएगी.
इस पूरी सुविधाओं को लेकर भारतीय सिक्योरिटी प्रेस नासिक को कॉन्ट्रैक्ट दिया जा चुका है जो कि इलेक्ट्रॉनिक पासपोर्ट के प्रिंटिंग के ऊपर कार्य करना शुरू कर चुका है.