कामगारों पर लगाया जाता है बैन
संयुक्त अरब अमीरात में कामगारों से ऐसी कई तरह की गलती हो जाती है जिसके बाद उसपर लेबर बैन लगा दिया जाता है। कामगारों की ऐसी लिस्ट भी मौजूद है जिसमे शामिल लोगों को लेबर बैन का सामना नहीं करना पड़ता है।
बताते चलें कि अगर कामगार परीक्षण अवधि में है और UAE छोड़ने का फैसला लिया है और अपने नियोक्ता को इस बारे में सूचित नहीं करता है तो श्रम कानून के मुताबिक उस कामगार पर एक साल की अवधि के लिए एम्प्लॉयमेंट बैन लगा दिया जाता है।
लेकिन परीक्षण अवधि के पहले इन स्थिति में नहीं लगेगा बैन
हालांकि इस दौरान कुछ ऐसी शर्ते भी होती है जिनके मुताबिक परीक्षण अवधि के दौरान होने पर काम छोड़ने पर कामगार पर बैन नहीं लगाया जाता है। अगर कामगार family sponsored visa पर है, Golden Visa होल्डर है, लेबर मार्केट की जरूरत वाले क्षेत्र में काम करता है या स्टेट की जरूरत वाले क्षेत्र में काम करता है तो ऐसी स्थिति में कामगार पर लेबर बैन नहीं लगाया जाता है।
इसके अलावा अगर कामगार परीक्षण अवधि के बाद कॉन्ट्रैक्ट समाप्त होने के पहले ही काम छोड़ देता है तो ऐसी स्थिति में भी कामगार पर एंप्लॉयमेंट बैन लगा दिया जाता है। हालांकि इस दौरान कुछ ऐसी शर्ते भी होती है जिनके मुताबिक कामगार पर बैन लागू नहीं होता है।
परीक्षण अवधि के बाद इन स्थिति में नहीं लगेगा बैन
जैसे कि अगर कामगार family sponsored visa पर है, Golden Visa होल्डर है, अपने क्षेत्र में कुशल है और स्टेट की जरूरत वाले क्षेत्र में है, उसी प्रतिष्ठान में नए वर्क परमिट के लिए अप्लाई किया है या लेबर मार्केट की जरूरत वाले क्षेत्र में काम करता है तो उसपर लेबर बैन नहीं लगाया जाता है।
संयुक्त अरब अमीरात में काम के दौरान यह ध्यान रखें कि UAE LABOUR LAW का पालन हो क्योंकि कानूनी पचरों में पड़ने से बेहतर है कि नियमों का उल्लंघन न हो इस बात का ध्यान रखा जाए।