इन दिनों दुनियाभर के ज्यादातर देश वैश्विक महामारी कोरोना से लड़ रहे हैं। इसी कड़ी में कोविड-19 महामारी के खिलाफ जारी जंग में यूएई का समर्थन करने के लिए भारत से तैनाती पर गऊ 37 नर्सों ने देश में वापस रहने का फैसला किया है। गौरतलब है कि इस लड़ाई में विशेष रूप से काम कर रहे पुरुष और महिला दोनों नर्सों को दुबई के एस्टर मैनखोल अस्पताल में नौकरी की पेशकश की गई है।
दरअसल संयुक्त अरब अमीरात के स्वास्थ्य से जुड़े आलाधिकारी इन सभी नर्सों के काम और उनके लोगों से मिलने, बातचीत करने व गर्मजोशी से हर मुश्किल का सामना करने के लिए तैयार रहने के स्वभाव से बेहद खुश है। इसके साथ ही काम के लिए यहां अए इन सभी लोगों ने यहां रहने और कैरियर के अवसरों को आगे बढ़ाने की इच्छा दिखाई है, जिसके बाद इन्हे यह नौकरी ऑफर की गई है।
वहीं इस मामले पर एस्टर डीएम हेल्थकेयर की डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर, अलीशा मूपेन का कहना है कि इन डॉक्टरों और नर्सों सहित 109 सदस्यीय मेडिकल टीम भारत में अस्पतालों के एस्टर नेटवर्क से यूएई में इस साल मई में आई थी। उनमें से 49 यूएई के निवासी थे जो मार्च से भारत में फंसे हुए थे। इसके अलावा “60 नर्सों और डॉक्टरों भारत से यहां आकर काम कर रहे हैं…इनमें से 37 नर्सों ने संयुक्त अरब अमीरात में वापस रहने की पेशकश की है, और 23 ने वापस भारत लौटने की इच्छा जाहिर की है, जिसके बाद नर्सों का एक बैच पहले ही निकल चुका है और बाकी के काम को देखते हुए उन्हें यहां नौकरी ऑफर की गई है।”
ऐसे में एक भारतीय नर्स अलीशा ने कहा कि भले ही वे आपातकालीन स्थिति में दुबई पहुंची, लेकिन वे दुबई की संस्कृति का अनुभव करने में कामयाब रही…उन्होंने कहा कि “मैं पिछले हफ्ते टीम के साथ थी, और शहर ने उन्हें मंत्रमुग्ध कर दिया। उनमें से ज्यादातर ने फील्ड अस्पताल और सरकारी सुविधाओं में काम किया। इसके बाद जब यूएई में कोविड -19 रोगियों की संख्या में भारी गिरावट आ गई और स्थिति में सुधार होने लगा तो उनसे पूठा गया कि क्या वह भारत वापिस जाना चाहती है या नौकरी करना चाहती है, तो उन्होंने नौकरी के ऑफर को स्वीकार किया और वह इसके लिए बेहद उत्साहित है।GulfHindi.com