भारतीय कामगारों के लिए नई मुसीबत
KUWAIT में भारतीय इंजीनियर की नौकरी अब मुश्किल में फंसती नज़र आ रही है जिसके बाद कई कामगारों में खलबली साफ दिख रही है। सालों से कुवैत में काम कर रहे भारतीय कामगारों के साथ इस तरह की स्थिति उत्पन्न होगी उन्होंने कभी सोचा नहीं था। दरअसल, कुवैत में इंजीनियर की नौकरी के लिए Kuwait society of engineers (KSE) से no-objection certificate लेना अनिवार्य है।
लेकिन जिन लोगों का कॉलेज भारत में National board of Accreditation (NBA) से मान्यता प्राप्त नहीं है उन्हें KSE मंजूरी नहीं दे रहा है। ऐसे में इस स्थिति में बहुत सारे कामगार फंस गए हैं। जिसके कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कई भारतीय खो चुके हैं अपनी नौकरी
कुवैत में काम करने वाले इंजीनियर को अपना रेसिडेंट परमिट रिन्यूअल के लिए KSE को अपना NBA certificate देना होगा। ऐसा नहीं होने पर उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ेगा। बहुत सारे ऐसे कॉलेज हैं जो NBA से मान्यता प्राप्त नहीं हैं। कुवैत में करीब 12,000 पंजीकृत इंजीनियर काम करते हैं। कुवैत में सबसे अधिक इंजीनियर भारतीय मूल के ही हैं। लेकिन इस नियम के कारण कई लोग अपनी नौकरी खो रहे हैं।