वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम कितने के साथ हैं सरकार ने टैक्स में कटौती करना शुरू कर दिया है. बढ़ती महंगाई दर जनवरी में उम्मीद के विपरीत और ऊपर चले गए जिसके वजह से भारत में खुदरा महंगाई और बढ़ गया है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने सलाह के तौर पर मक्का और पेट्रोलियम पदार्थों के ऊपर टैक्स में कमी लगाने को कहा है.
फरवरी के महंगाई दर के आंकड़ों के आने के उपरांत भारत सरकार के लोगों के लिए नए पेट्रोलियम टैक्स छूट का ऐलान कर सकती है. यहां तक की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के अंदर लाने के लिए कह दिया है. उन्होंने अपने बयान में बताया कि केंद्र सरकार जीएसटी के भीतर पेट्रोलियम पदार्थों को लाने के लिए तैयार हैं. हालांकि इसमें राज्य सरकारों को होने वाले 18 फरवरी को जीएसटी काउंसिल बैठक में अपनी सहमति दर्ज करानी होगी.
₹5 सस्ता हुआ डीज़ल प्रति लीटर.
सरकार ने आम लोगों को राहत देने से पहले तेल कंपनियों को राहत देने का ऐलान किया है. इस नए एलान को आम जनता के लिए होने वाले हैं पेट्रोलियम पदार्थों में दाम के कटौती से जोड़कर विशेषज्ञ देख रहे हैं. सरकार ने पेट्रोलियम कंपनियों के लिए विंड फॉल टैक्स डीजल पर ₹5 घटाया है. जहां पहले 7.5 रुपए प्रति लीटर विंड फॉल टैक्स मसूदा जाता था वहीं अब महज आठ से 2.5 रुपए प्रति लीटर वसूले जाएंगे
इस टैक्स कटौती के वजह से भारत के आम लोगों को हम सीधे तौर पर फायदा नहीं मिलेगा बल्कि इसका फायदा नेपाल जैसे देशों में मिलेगा जहां भारत अपना तेल एक्सपोर्ट करता है. बिहार और उत्तर प्रदेश के कई सीमावर्ती इलाकों में लोग बॉर्डर पार कर नेपाल से सस्ते डीजल पेट्रोल लेकर आते हैं वहां पर इस घटे हुए टैक्स के वजह से सस्ती डीजल पेट्रोल मिलने की संभावनाएं तब है जब इसका फायदा कंपनियां एक्सपोर्ट पर उन देशों को दें और वह मिलने वाले डीजल पेट्रोल के राहत को पंप तक संचालित करें.