तीसरा अमेरिकी बैंक भी होगा बंद?
अमेरिकी बैंकिंग सेक्टर का संकट गहराता जा रहा है. सिलकॉन वैली बैंक और सिग्नेचर बैंक के डूबने के बाद अब एक और बैंक पर भी बंद होने का खतरा मंडराने लगा है. बीते 5 दिनों में अमेरिकी बैंक, फर्स्ट रिपब्लिक बैंक के शेयर 65.61% फीसदी गिर चुके हैं. एक महीने में यह गिरावट 70.30 फीसदी की है. रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भी जिन 6 बैंकों को अंडर रिव्यू रखा है, उसमें फर्स्ट रिपब्लिक बैंक का नाम है.
भारत में कौन से बैंक Safe हैं.
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अनुसार भारत में State Bank Of India, HDFC BANK, ICICI BANK “Too big to fall” कैटेगरी में है. अगर इन बैंकों में किसी प्रकार की समस्या आती है और यह बैंक गिरते हैं तो यह एक राष्ट्रीय स्तर का क्राइसिस शुरू कर देंगे.
बैंक डूब जाए भारत में तो क्या होगा.
अगर किसी भी स्थिति में है भारत में बैंक डूब जाता है तो वैसे संदर्भ में पैसा जमा रखने वाले ग्राहकों को अधिकतम ₹500000 का राशि निर्गत किया जा सकता है. यह नियम प्राइवेट बैंक के साथ-साथ सरकारी बैंकों के ऊपर भी लागू है.
कैसे बचाव कर सकते हैं अपने पैसे को.
आप सुरक्षा के तौर पर अपने अकाउंट को ₹500000 के लिमिट तक अलग-अलग बैंकों में खोल सकते हैं इससे किसी एक बैंक के डूबने से आपके सारे पैसे डूबने के खतरे भी कम हो जाएंगे और डूब जाने की परिस्थिति में आपका पैसा आसानी से ₹500000 की लिमिट तक रिकवर हो जाएगा.
भारत बाजार की उथल-पुथल से निपट लेगा : कोटक
कोटक महिंद्रा बैंक के सीईओ उदय कोटक ने कहा कि वृहद कारकों के सकारात्मक होने के साथ भारत वैश्विक वित्तीय बाजार में मौजूदा उथल-पुथल से आसानी से बाहर निकल आएगा. भारत को अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम कम होने का लाभ मिलेगा और 2023-24 में देश का चालू खाते का घाटा भी 2% के नीचे आने की उम्मीद है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘वित्तीय बाजारों में उथल-पुथल के हालात हैं, इसके बावजूद भारत के लिए वृहद कारक बेहतर हुए हैं. 2022-23 में चालू खाते का घाटा 2.5% से नीचे और इसके और घटकर2 % से नीचे आने का अनुमान है.