सऊदी में भारतीय इंजीनियर को जेल
इस दुनिया में अलग अलग मान्यताओं को मानने वाले लोग हैं और बेहतर यही है कि उनके विश्वास पर किसी तरह की बंदिश न लगाई जाए। ऐसा करने से समाज के व्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और लोगों में दूरियां बढ़ती चली जाती हैं। हालांकि, ऐसी कई घटनाएं सामने आती हैं जिनमें जानकारी के अभाव और गलतफहमी के कारण इस तरह के नाजुक मामले में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
एक 45 वर्षीय भारतीय इंजीनियर को सऊदी में अपने घर के गेट पर स्वास्तिक का निशान बनाने के कारण जेल में जाना पड़ा। हालांकि, NRI activist Muzammil Shaikh की मदद से उन्हें जेल से रिहाई मिल गई लेकिन यह दुखद है कि उन्हें दो दिन बिना अपराध के जेल में बिताना पड़ा।
घर के गेट पर स्वास्तिक का निशान के कारण क्यों हो गई जेल
आधुनिकता और तकनीक के विकास के साथ साथ पूरा विश्व एक ग्लोबल विलेज बन गया है। लोग नौकरी, व्यापार और रोजी रोटी के लिए देश विदेश आवागमन करते हैं और अपने साथ धार्मिक विश्वास को भी अपनी दिनचर्या में शामिल करना नहीं भूलते हैं।
आंध्र प्रदेश के गुंटूर के रहने वाले पीड़ित इंजीनियर ने भी अपने गेट स्वास्तिक का निशान बनाया था जिसे भारतीय संस्कृति में पवित्र निशान माना जाता है। मान्यता के अनुसार इससे सुख-समृद्धि बढ़ती है। वह सऊदी में पिछले 1 साल से काम कर रहे हैं और अपने परिवार को हाल ही में सऊदी लेकर आए हैं।
लेकिन इंजीनियर के पड़ोसी ने समझा कि वह निशान हिटलर के नाजी का है और उसने शिकायत कर दी। नाजी निशान नफरत और नरसंहार के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। शिकायत के बाद पुलिस आई और इंजीनियर को पकड़ कर ले गई। उन्होंने स्पष्टीकरण देने की कोशिश की लेकिन पुलिस वालों ने एक ना सुनी। शनिवार और रविवार को छुट्टी का दिन होने के चलते भारतीय इंजीनियर को दी दिन जेल में रहना पड़ा।