सरकार ने गुड्स और सर्विस टैक्स (GST) के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब जीएसटी नेटवर्क (GSTN) को प्रिवेंशन ऑफ मनी-लॉन्डरिंग एक्ट (PMLA) के अंतर्गत लाया गया है। इस कदम का मुख्य उद्देश्य काले धन की रोकथाम है। इसके तहत, फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट और फर्जी बिल जैसे जीएसटी अपराध मनी लॉन्डरिंग एक्ट में शामिल होंगे।
जीएसटी नेटवर्क (GSTN): एक मजबूत आईटी अभियान
सरकार ने जीएसटी की जरूरतों को पूरा करने के लिए GSTN नाम का एक मजबूत आईटी नेटवर्क स्थापित किया है। GSTN, जीएसटी के काम के लिए केंद्र और राज्य सरकारों, टैक्स पेयर्स और अन्य स्टेक होल्डर्स को एक शेयर्ड आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर और सर्विस प्रदान करता है।
GSTN की विशेषताएं
GSTN के कामकाज में कई महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं। यह कंज्यूमर को रजिस्ट्रेशन की सेवाएं प्रदान करता है, अथॉरिटी को रिटर्न फॉरवर्ड करता है, आईजीएसटी की गणना और सेटलमेंट करता है, और बैंकिंग नेटवर्क के साथ टैक्स पेमेंट डीटेल्स का तुलनात्मक विश्लेषण करता है। इसके अलावा, यह टैक्स पेयर रिटर्न जानकारी के आधार पर केंद्र और राज्य सरकारों को MIS रिपोर्ट प्रदान करता है, और करदाताओं की प्रोफाइल का विश्लेषण प्रदान करता है।
छोटे व्यापारियों के लिए GSTN की सहायता
GSTN छोटे व्यापारियों के लिए स्टैंडर्ड सॉफ्टवेयर भी प्रदान करता है, जिसे वे अपने मासिक रिटर्न के रूप में GSTN वेबसाइट पर सीधे अपलोड कर सकते हैं। यह उनके लिए GST के नियमों का पालन करना आसान करता है।
महत्वपूर्ण जानकारी सारणी
विषय | विवरण |
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GSTN का अवलोकन | केंद्रीय और राज्य सरकारों, टैक्स पेयर्स और अन्य स्टेक होल्डर्स को एक शेयर्ड आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर और सेवाएं प्रदान करने के लिए बनाया गया नेटवर्क |
GSTN की क्षमताएं | रजिस्ट्रेशन, आईजी# जीएसटी को अब ज्यादा सक्षम बनाने के लिए सरकारी आपातकालीन कदम |
भारत सरकार ने गुड्स और सर्विस टैक्स (GST) पर एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। अब GST Network (GSTN) को Prevention of Money Laundering Act (PMLA) के अंतर्गत लाया गया है, जिससे नकली टैक्स क्रेडिट और नकली चालान जैसे GST अपराधों पर रोक लगाने की कोशिश की जा रही है।