हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा ने अगर जनता को ठंडी सांस दिलाई है, तो वहीं, यह वर्षा कई जिंदगियों के लिए मौत का कारण बन गई है। इन्हीं ताजा घटनाओं में शिमला जिले की ननखड़ी तहसील में सड़क धंसने से हुए हादसे ने राष्ट्रीय मीडिया को चौंका दिया है।
घटनास्थल का वर्णन
मंगलवार की सुबह 10 बजे के आसपास, नीरथ ननखरी पंडाधार संपर्क मार्ग पर एक वैगनआर कार (एचoपीo -06A-7027) के साथ हुई दुर्घटना ने शहर को कांपा दिया। जब कार सड़क पर गुजर रही थी, तो अचानक सड़क का एक बड़ा हिस्सा टूट गया, और कार करीब 800 फुट नीचे के नाले में गिर गई। कार में सवार तीन यात्री की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
शोक की लहर
यह घटना ननखड़ी तहसील में शोक की लहर दौड़ा दी है, क्योंकि तीनों मृतक यहीं के निवासी थे। इनमें 40 वर्षीय वीर सिंह, 28 वर्षीय हिम्मत सिंह, और 50 वर्षीय रतन शामिल हैं।
सरकारी कर्मचारियों की कड़ी मेहनत
पुलिस, एनडीआरएफ, और दमकल विभाग के कर्मी हादसे की सूचना मिलते ही तत्परता से मौके पर पहुंचे। उन्होंने कड़ी मेहनत करके शवों को नाले से निकाला।
मौसमी हादसे और उनके प्रभाव
यह घटना मानसून के दौरान उत्पन्न होने वाली आपदाओं का एक और उदाहरण है। भूस्खलन और बाढ़ की वजह से अब तक 122 लोगों की जान चली गई है, जिसमें सड़क हादसों और अन्य वर्षा जनित घटनाओं में 85 लोग मारे गए हैं।
हिमाचल प्रदेश मौसमी हादसों की सारणी
हादसों का प्रकार | मरने वाले लोग |
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भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने | 37 |
सड़क हादसे और अन्य वर्षा जनित घटनाएं | 85 |
कुल | 122 |