एक समय था जब गाड़ियों को सुरक्षित रखने के लिए लोग बंपर गार्ड लगवा देते थे। उस समय, लगभग सभी वाहन मालिकों को अपनी गाड़ी की आगे की सुरक्षा के लिए ऐसा गार्ड लगाते थे जिससे गाड़ी को टक्कर लगने से उस पर सम्पूर्ण दबाव पड़ता। इस बंपर गार्ड से गाड़ी के बंपर पर स्क्रेच कम आते थे।
एयरबैग का समय
हालांकि, जैसे जैसे समय बदला और टेक्नोलॉजी उन्नत हुई, गाड़ियों में अनिवार्य रूप से एयरबैग शामिल किये जाने लगे और बंपर गार्ड का उपयोग कम होने लगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बंपर गार्ड पर रोक क्यों लगाई गई? आइए, इसके बारे में जानते हैं।
क्यों बैन हुआ बंपर गार्ड
बंपर गार्ड की विशेषता यही है कि वह ठीक उसी स्थान पर लगता है जहां एयरबैग का सेंसर लगा होता है। इसलिए, अगर बंपर गार्ड लगा होता है, तो दुर्घटना की स्थिति में, एयरबैग का सेंसर काम नहीं कर पाता है और इस प्रकार, एयरबैग नहीं खुलता, जिससे वाहन में बैठे यात्रियों की जान की आपत्ति हो सकती है।
बंपर गार्ड के फायदे और नुकसान?
बंपर गार्ड के लगने से गाड़ी की चोट कम होती है, लेकिन यह एयरबैग के सही समय पर खुलने को रोकता है, जिससे दुर्घटना के समय अधिक नुकसान हो सकता है।
एयरबैग के फायदे
एयरबैग कार में टक्कर लगने से ठीक पहले खुल जाता है और एक सेकंड में भी कम समय में खुलता है। एक्सीडेंट की स्थिति में सेंसर एक्टिव होता है, और इसके द्वारा दी गई कमांड से, स्टेरिंग के नीचे स्थित इन्फ्लेटर एक्टिव होता है। यह नाइट्रोजन गैस उत्पन्न करता है जो एयरबैग को फूलने में मदद करता है। गाड़ी के पलटने या टक्कर लगने की स्थिति में, एयरबैग की मदद से यात्री सुरक्षित रहते हैं।
महत्वपूर्ण जानकारी तालिका:
- बंपर गार्ड: गाड़ी को सेफ रखने के लिए पहले इस्तेमाल होते थे, अब बंद।
- एयरबैग सेंसर: गाड़ी के बंपर में मौजूद होते हैं।
- एयरबैग: दुर्घटना के समय खुद खुलने वाला सुरक्षा उपकरण।
- इन्फ्लेटर: एयरबैग को फूलाने के लिए गैस उत्पन्न करता है।
- सोडियम अज़ाइड: इन्फ्लेटर द्वारा इसका उपयोग किया जाता है गैस उत्पन्न करने के लिए।
- बंपर गार्ड वर्जित: एयरबैग सेंसर को प्रभावित करने के कारण।